लखनऊ। कोरोना के कारण आंशिक लॉकडाउन के चलते लखनऊ समेत प्रदेश के सभी आरटीओ कार्यालय में 23 अप्रैल से ड्राइविंग लाइसेंस के काम पर रोक लगा दी गई थी। करीब पांच सप्ताह बाद सोमवार को फिर से आरटीओ कार्यालय में लोग अपना लाइसेंस बनवाने पहुंचे। हालांकि पहले दिन स्लॉट बुक होने के बावजूद तमाम आवेदक आरटीओ कार्यालय नहीं आए।
टाइम स्लॉट पर भी नहीं आए आवेदक
कोरोना कर्फ्यू के बीच सोमवार से सम्भागीय परिवहन कार्यालयों में स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस बनना शुरू हो गए। पहले दिन लखनऊ आरटीओ कार्यालय में कोरोना के खौफ के चलते कम आवेदक पहुंचे। 140 आवेदकों को 31 मई के लिए टाइम स्लॉट दिया गया था, जिसमें मात्र 55 लोग ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय पहुंचे। अगर देवा रोड एआरटीओ कार्यालय की बात की जाए तो वहां पर 36 आवेदकों के टाइम स्लॉट पर मात्र सात आवेदक आए। अब इन आवेदकों को दोबारा ऑनलाइन टाइम स्लॉट लेकर अपनी निर्धारित तारीख पर आरटीओ कार्यालय जाना होगा।
यह भी पढ़ें: UP: प्रशासनिक फेरबदल, दो IAS और सात PCS अधिकारियों का तबादला
क्या कहते हैं एआरटीओ
एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि कोरोना के चलते काफी कम लोग घरों से निकल रहे हैं। इस वजह से पहले दिन काफी कम आवेदक डीएल बनवाने आरटीओ कार्यालय पहुंचे। धीरे-धीरे आवेदकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। एआरटीओ ने बताया कि समूचे आरटीओ परिसर और सारथी भवन को सेनेटाइज किया गया है। कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। बिना मास्क आवेदकों की इंट्री प्रतिबंधित रहेगी। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा हैं।आवेदकों को तीन अलग-अलग शिफ्टों में बुलाया जा रहा है।
30 जून तक लर्नर लाइसेंस पर रोक
31 मई से परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का तो काम शुरू हो गया, लेकिन लर्नर लाइसेंस आवेदकों को अभी एक माह तक और इंतजार करना पड़ेगा। परिवहन विभाग ने 30 जून तक लर्नर लाइसेंस की प्रक्रिया पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। इस बीच 15 जून से लर्नर लाइसेंस को छोड़कर डीएल संबंधी अन्य काम कराए जा सकेंगे।https://gknewslive.com