Pahalgam: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से और चिंता का माहौल है। सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता गृह सचिव गोविंद मोहन ने की। इस बैठक में बीएसएफ, एनएसजी, असम राइफल्स, एसएसबी और सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में शामिल अधिकारी बैठक में बीएसएफ प्रमुख दलजीत सिंह चौधरी, एनएसजी प्रमुख ब्रिघु श्रीनिवासन, असम राइफल्स प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा और एसएसबी की अतिरिक्त महानिदेशक अनुपमा नीलेकर चंद्रा शामिल रहे। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डोडा जिले में 13 जगहों पर छापेमारी की। इसके अलावा श्रीनगर में ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और आतंकी संगठनों के सहयोगियों के घरों की तलाशी ली गई। श्रीनगर पुलिस ने 63 ठिकानों पर छापे मारे।
छापेमारी का उद्देश्य ये छापे कानूनी प्रक्रिया और पुलिस निगरानी में हथियार, दस्तावेज, डिजिटल उपकरण जैसे सबूत जुटाने तथा संभावित आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए किए गए। पहलगाम हमला: एक नजर 22 अप्रैल को आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। हमलावरों ने पहले लोगों की पहचान और धर्म पूछा, फिर हिंदू कहकर गोलियां चला दीं। मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं। हमले की जिम्मेदारी इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। यह हमला श्रीअमरनाथ यात्रा से ठीक पहले हुआ और 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।