Politics: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में एक पोस्टर को लेकर उठे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस पोस्टर में उन्हें और संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को आधा-आधा दिखाया गया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा विरोध किए जाने के बाद सपा को बैकफुट पर आना पड़ा।
बलिया में एक प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि हम लालचंद गौतम को समझाएंगे कि भविष्य में किसी भी महापुरुष या नेता के साथ इस तरह की तस्वीर न बनाई जाए। लेकिन क्या भाजपा अपने नेताओं को भी समझाएगी?
जातीय जनगणना पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया का समर्थन करते हुए अखिलेश ने कहा कि यह फैसला देश के लिए जरूरी है और लोग लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे। इसके साथ ही अखिलेश ने केंद्र की अग्निवीर योजना को समाप्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बलिया के नौजवानों की भावना है कि इस व्यवस्था को खत्म किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कोई वस्त्र से योगी नहीं होता, विचार से योगी होता है। और आजकल बुलडोजर की स्टेरिंग किसी और के हाथ में लगती है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी समेत देश के सभी राजनीतिक दल और जनता सरकार के साथ हैं। सरकार को जो भी ठोस कदम उठाने हों, वह उठाए। इसके साथ ही अखिलेश ने शहीदों के परिजनों के लिए 10 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी की मांग की। राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन पर हुए हमले को लेकर भी अखिलेश ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, हाल ही में कुछ लोग टायर फेंककर उनकी जान लेने की कोशिश कर रहे थे, हमने खुद नंगी तलवारें देखी हैं। जब हम राजनीति में आए हैं तो जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं। डरते तो राजनीति में न आते।