लखनऊ। कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता या अभिभावक को खोने वाले सभी बच्चों को सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से सहायता राशि जारी की गई। यह कार्यक्रम लखनऊ स्थित लोक भवन में हुआ। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं। सभी ऐसे बच्चों को उनके पालन पोषण और शिक्षा के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अगले 3 महीनों की अग्रिम सहायता राशि बच्चों के खाते में हस्तांतरित कर दी गई है। इसकी जानकारी सीएम योगी ने ट्वीट करके दी। उन्होंने कहा कि संकल्प है कि एक भी बच्चा निराश्रित न रहे। इतना ही नहीं, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी निराश्रित बच्चों की मदद के लिए दूसरों को भी आगे आना चाहिए। यदि आप जन्मदिन मनाते हैं तो प्रयास करें कि किसी बाल संरक्षण गृह या आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर बच्चों को गिफ्ट दें और उनके जीवन में दोबारा खुशियां भरने का प्रयास करें। संवेदनशील होकर सामाजिक स्तर पर सभी को यह प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमने कोरोना की लहर को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किया गया। लगातार सभी ऐसे अनाथ बच्चों को बेहतर सुविधा देने की कोशिश आंगनबाड़ी स्तर पर की जा रही थी। अब राज्य सरकार मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के माध्यम उन सभी लोगों को बेहतर जिंदगी देने की कोशिश कर रही है। उन सभी की पढ़ाई, रहन-सहन और आगे बढ़ने के सभी इंतजाम सरकार की तरफ से किए जा रहे हैं।
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4000 रुपये प्रति माह की सहायता
यूपी सरकार की योजना बच्चों के लिए है जिन्होंने कोरोना काल के दौरान अपने माता पिता को खो दिया। इन सभी लोगों को ₹4000 प्रति माह में यूपी सरकार की तरफ से दिए जाएंगे। इतना ही नहीं, 11 वर्ष से 18 वर्ष आयु सीमा के बीच वाले सभी बच्चों को निशुल्क शिक्षा अटल आवासीय विद्यालय और कस्तूरबा गांधी विद्यालय में दिलाई जाएगी। बालिकाओं को विवाह योग्य हो जाने पर एक लाख एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। कक्षा 9 से ऊपर पढ़ रहे बच्चे, ऐसे लोग जो 18 वर्ष से कम है और व्यवसायिक कोर्स कर रहे हैं, उन्हें टेबलेट और लैपटॉप जैसे आधुनिक उपकरण भी सरकार की तरफ से दिए जाएंगे।http://gknewskive.com