लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने वोट बैंक को साधने के साथ ही दूसरी पार्टियों के वोट बैंक में सेंधमारी की जुगत में लग गए हैं. राजनीतिक पार्टियों का जो रुझान है उसको देखते हुए कहा जा सकता है कि यूपी चुनाव-2022 के केद्र में 13 प्रतिशत ब्राह्मण मतदाता रहने वाले हैं.
1. मेरे निर्देशन में पार्टी महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री सतीश चन्द्र मिश्र द्वारा यूपी में चल रही प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी, जोे ब्राह्मण सम्मेलन के नाम से काफी चर्चा में है, के प्रति उत्साहपूर्ण भागीदारी यह प्रमाण है कि इनका बीएसपी पर सजग विश्वास है, जिसके लिए सभी का दिल से आभार।
— Mayawati (@Mayawati) July 27, 2021
इनको अपने साथ जोड़ने के सपा और बसपा यूपी के अलग-अलग जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी ने गत 23 जुलाई को अयोध्या से प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी का आगाज कर दिया है और इसे दूसरे जिलों में भी करने जा रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी को सफल करार देते हुए काफी प्रसन्नता व्यक्त की है.
बसपा मुखिया मायावती ने इसको लेकर मंगलवार को दो ट्वीट किए और अन्य दलों पर तंज भी कसा. उन्होंने लिखा, ”मेरे निर्देशन में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तथा राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्रा ने उत्तर प्रदेश में 23 जुलाई से प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी प्रारंभ की है जो कि ब्राह्मण सम्मेलन के नाम से काफी चर्चा में है. इसके प्रति प्रदेश में उत्साहपूर्ण भागीदारी यह प्रमाण है कि इनका बीएसपी पर सजग विश्वास है, जिसके लिए सभी का दिल से आभार.”