लखनऊ। कोटा संभाग के बूंदी जिले के केशवरायपाटन कस्बे में चंबल घाट स्थित एक मकान ढह जाने से एक परिवार के 2 भाइयों के 7 परिजन दफन हो गए। हादसे में सभी की मौत हो गई। मलबे में दबे सातों लोगों के शव निकाल लिए गए हैं। हादसे के बाद इलाके में मातम पसर गया है। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक समेत अन्य आला अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं। दूसरी तरफ जिलेभर में लगातार हो रही बारिश ने आमजन के साथ ही पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। जिला मुख्यालय बूंदी शहर में भी कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं।
जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश के कारण मकान ढहने की घटना मंगलवार आधी रात करीब 3 बजे हुई। उस समय महावीर केवट और उनके छोटे भाई महेन्द्र के परिवार के लोग वहां सो रहे थे। इसी दौरान मकान के पास बनी नगरपालिका की सुरक्षा दीवार महावीर के मकान पर गिर गई। इससे मकान भरभराकर ढह गया। हादसे की सूचना पर पुलिस प्रशासन मौके पहुंचा। मलबे में दबे होने के कारण उन्हें निकालने के लिए तत्काल जेसीबी और अन्य साधन मंगवाये गये। अलसुबह जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता और एसपी शिवराज मीणा मौके पर पहुंचे और राहत कार्य तेज करवाया।
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महावीर केवट बाहर होने के कारण बच गए
बुधवार को दोपहर 1 बजे तक मलबे में से सभी सातों लोगों को निकाल लिया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। महावीर केवट खुद बाहर होने के कारण बच गए. मारे गये लोगों में मीरा बाई, मासूम बच्ची तमन्ना, महेन्द्र, अनिता देवी, दीपिका, खुशी और कान्हा शामिल हैं। मृतकों में शामिल मीरा महावीर केवट की पत्नी और तमन्ना बेटी है। महेन्द्र महावीर का छोटा भाई था। अनिता महेन्द्र की पत्नी थी। दीपिका, कान्हा और खुशी महेन्द्र के बच्चे हैं। करीब नौ-दस घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद किसी के बचाया नहीं जा सका।https://gknewslive.com