लखनऊ। कभी-कभी जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो जाती है। ऐसा ही एक मामला मथुरा जिले के छाता तहसील के गांव मझोई में देखने को मिला। मझोई गांव में रविवार की शाम को एक लगभग 10 वर्षीय मासूम को खेलते समय सांप ने डस लिया। सांप के डसने के बाद बच्चे के परिजन उसे अस्पताल ले जाने के बजाए कई घंटों तक बच्चे की झाड़-फूंक कराते रहे। देर रात्रि में बच्चे के परिजन उसे उपचार के लिए छाता के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर पहुंचे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचते ही डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, मझोई गांव के निवासी सुंदर सिंह के लगभग 10 वर्षीय यश घर के अंदर अकेला खेल रहा था। इसी दौरान एक जहरीले सांप में यश को डस लिया। जानकारी होते ही परिजन बच्चे को अस्पातल ले जाने के बजाए बाबाओं को बुलाकर झाड़-फूंक कराने में जुट गए। कई घंटों तक बाबा बच्चे की झाड़-फूंक करते रहे। जब बच्चे के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ, तो परिजन उसे इलाज के लिए सीएचसी लेकर गए।
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सीएचसी पहुंचते ही डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छाता के डॉक्टर शशी रंजन ने बताया कि, यदि बच्चे को इलाज के लिए सही समय पर अस्पताल लाया जाता तो उसकी जान बच जाती। डॉ. शशि रंजन ने बताया कि करीब 10 वर्षीय बालक को शाम के समय लगभग 6.30 बजे इलाज के लिए लाया गया था। बच्चे ने अस्पताल में पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था। पुलिस को सूचना दे दी गई है, पुलिस बच्चे का पंचनामा भरकर कार्रवाई करेगी।https://gknewslive.com