इस कलयुग में पिछले नाम से नहीं बल्कि मौजूदा सन्त के दिये नाम से ही आत्मा का होगा उद्धार: बाबा उमाकांत जी महाराज
लखनऊ। जीवों को इस दुनिया, चौरासी लाख योनियों और नरकों के दुःख से स्थाई छुटकारा दिलाने के लिए मनुष्य शरीर में आये हुए, सतलोक पहुंचे हुए और वक़्त गुरु होने…