लखनऊ। बसाक या अडूसा एक ऐसा पौधा है जिसकी पत्तियों से लेकर लकड़ी तक का आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह एकेन्थेसिया परिवार का पौधा है। इसकी पत्तियां लंबी होती हैं। इसकी पत्तियों को उबालकर उसका काढ़ा पीने से सर्दी-खांसी में काफी आराम मिलता है। सूखी खांसी और गले में खराश होने पर अडूसा की पत्तियों को चबाने से आराम मिलता है। बरसात के मौसम में होने वाले वायरल फीवर में भी यह काफी फायदेमंद है। इसका काढ़ा पीने से शरीर की थकान और दर्द दूर होता है। आइए आपको बताते हैं इसके कुछ खास फायदों के बारे में।

छालों को करता है दूर
अगर आप छालों की समस्या से परेशान रहते हैं तो अडूसा के दो से तीन पत्तों को चबाकर उसके रस को चूसने से छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं। चबाने के बाद पत्तों को फेंक दें।

मसूड़ों और दांत दर्द में राहत
अडूसा की लकड़ी से दातुन करने से दांतों और मसूड़ों की कई प्रकार की समस्या ठीक हो जाती है। साथ ही दांतों व मसूड़ों के दर्द में भी राहत मिलती है।

सांस संबंधी रोगों से छुटकारा
अडूसा के पत्तों के रस को शहद में मिलाकर पीने से खांसी और सांस संबंधी समस्याएं ठीक हो जाती हैं। सूखी खांसी को दूर करने के लिए अडूसा के पत्ते, मुनक्का और मिश्री का काढ़ा पीना अच्छा होता है।

जोड़ों के दर्द में राहत
जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए अडूसा के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लामेटरी गुण अर्थराइटिस की सूजन को कम करने में मददगार होते हैं।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं। इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।https://gknewslive.com

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