लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का पेपर लीक और परीक्षा रद्द होने को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। साथ ही मामले की उच्च-स्तरीय जांच और दोषियों को सख्त कानूनी सजा सुनिश्चित किए जाने की मांग की है। मायावती ने कहा कि परीक्षा का रद्द हो जाना गंभीर मामला है। करीब 21 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ उचित नहीं है।
1. जिस प्रकार सपा सरकार में नकल आम बात होती थी, उसी प्रकार भाजपा सरकार में भी पेपर लीक होने से यूपी में शिक्षकों की भर्ती के लिए आज की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का रद्द हो जाना अति-गंभीर मामला। करीब 21 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ उचित नहीं।
— Mayawati (@Mayawati) November 28, 2021
बसपा प्रमुख ने यूपीटीईटी परीक्षा रद्द होने के बाद दो ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ”जिस प्रकार सपा सरकार में नकल आम बात होती थी, उसी प्रकार भाजपा सरकार में भी पेपर लीक होने से यूपी में शिक्षकों की भर्ती के लिए आज की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का रद्द हो जाना अति-गंभीर मामला। करीब 21 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ उचित नहीं।” मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, ”यूपी सरकार इस ताजा घटना को पूरी गंभीरता से लेकर इसकी अति-शीघ्र उच्च-स्तरीय जाँच कराए एवं दोषियों को सख्त कानूनी सजा सुनिश्चित करे तथा आगे यथाशीघ्र इस परीक्षा को सुचारू रूप से कराने की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग।”