हेल्थ डेस्क: गर्मी का मौसम शुरू हो गया है. गर्मी का मौसम अपने साथ कई बीमारियां लेकर आती है। इस मौसम में जरा सी लापरवाही करना सेहत पर भारी पड़ सकता है। गर्मियों में आमतौर पर लोगों को ठंडी चीजें खाने का मन करता है, जैसे-ठंडा पानी, आइसक्रीम, जूस और कोल्ड ड्रिंक। कई बार गरम और ठंडा एकसाथ खाने की वजह से भी दिक्कते हो जाती हैं। इसके अलावा गर्मी में हीट और ह्यूमिडिटी बढ़ने की वजह से तापमान ज्यादा हो जाता है, इस कारण बीमारियों का भी खतरा ज्यादा हो जाता है। आज हम आपको बताएंगे ऐसी बीमारियों के बारे में जो गर्मी के मौसम में बहुत आम हैं। साथ ही ये भी बताएंगे कि इन बीमारियों के लक्षण क्या हैं और इनसे बचाव कैसे किया जा सकता है ?
हीट स्ट्रोक या लू लगना:भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक की समस्या से लोगों को ज्यादा परेशान करती है। बाहर के तेज धूप और अधिक तापमान में देर तक घूमते हैं या गर्म हवा के संपर्क में आते हैं, तो हीट स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है। जब शरीर में नमक और पानी की कमी हो जाती है, तो पसीना निकलने के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे हीट स्ट्रोक होता है। जब शरीर का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट से भी ज्यादा पहुंच जाता है, तो समझ लीजिए की आप हीट स्ट्रोक से पीड़ित हैं।
टायफाइड: टाइफाइड एक गंभीर बीमारी है, यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होता है! यह साल्मोनेला पैराटाइफी बैक्टीरियम से भी फैलता है! यह बैक्टीरिया पानी और खाने के जरिए लोगों के अन्दर जाता है और इसके द्वारा बहुत से लोगों में यह फ़ैल जाता है!
फूड पॉइजनिंग: फूड प्वाइजनिंग जरूरी नहीं है कि कुछ भी खराब खाना खाने से हो जाए। इसके पीछे की वजह उन चीजों का सेवन करना भी हो सकता है जिन्हें एक साथ खाना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक है। कई लोग गर्मी के मौसम में तैलीय चीजों का सेवन बहुत ज्यादा कर लेते हैं। इससे भी उन्हें फूड प्वाइजनिंग की दिक्कत हो जाती है।
डिहाईड्रेशन: डिहाइड्रेशन या निर्जलीकरण एक ऐसी स्थिति होती है जिसमे हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है और आपके शरीर में सामन्य कार्य करने के लिए भी पर्याप्त पानी और तरल पदार्थ नहीं बचता।