लखनऊ। पूर्वांचल के जिलों समेत प्रयागराज, प्रतापगढ़, फतेहपुर में बिजली सुधार की उम्मीद दिखाई दे रही है। इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश का ऊर्जा मंत्रालय बिजली सुधार की दिशा में काफी प्रयास करेगा। यूपी पॉवर कॉरपोरेशन सात जिलों में 132 केवी और 220 केवी के आठ नए सबस्टेशन बना रहा है। अधिकतर सबस्टेशन इसी साल चालू होने की उम्मीद है। यही नही जो भी सब स्टेशन बनाए जा रहे है उनके निर्माण की तिथि तय कर दी गई है। सात जिलों में सबस्टेशन निर्माण और अतिरिक्त ट्रांसमिशन लाइन बनाने पर दो हजार करोड़ से अधिक का खर्च हो रहा है। इनके साथ ही व्यवधान मुक्त बिद्युत आपूर्ति के लिए उत्पादन केंद्रों से बिजली आपूर्ति बहाल रखने के लिए सैकड़ों किलोमीटर हाईटेंशन लाइनें बिछाई जा रही हैं।
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यूपीपीटीसीएम के मुख्य अभियंता एके जायसवाल ने बताया कि निर्माणाधीन सबस्टेशनों के चालू होने से कई जिलों का बिजली संकट दूर होगा। इसमें प्रयागराज में शहर दक्षिणी की एक तिहाई आबादी को राहत मिलेगी। जिन क्षेत्रों में सब स्टेशन बना रहे है उनमें प्रयागराज में 132 केवी का निर्माण जून तक, प्रतापगढ़ मानधाता 132 केवी का निर्माण जून तक,सांगीपुर 220 केवी का निर्माण जून तक, वाराणसी में 400 केवी (जीआईएस) का निर्माण अक्तूबर तक चंदौली में 132 केवी मई-जून तक, फतेहपुर में 220 केवी का निर्माण जून तक , सोनभद्र में 220 केवी का निर्माण जनवरी 2022 मिर्जापुर 32 केवी का निर्माण सितंबर तक और संत रविदासनगर भदोही में 220 केवी की निर्माण तिथि मई 2022 तय की गई है। बारा विद्युत उत्पादन केंद्र और 400 केवी क्षमता वाले उपकेंद्र के बीच एक वैकलिप्क हाईटेंशन लाइन बिछाई जा रही है। नई लाइन चालू होने के बाद पुरानी लाइन में फाल्ट होने पर प्रयागराज समेत प्रदेश के कई जिलों की सप्लाई चालू रहेगी। अनपरा और उन्नाव के मध्य एक और 400 किमी लंबी ट्रांसमिशन की लाइन लगाई जा रही है। इसके निर्माण में 1200 करोड़ रुपए की खर्च होंगे।https://gknewslive.com