Lucknow : बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर बीजेपी सरकार पर हमला बोल दिया है। मायावती ने बीजेपी सरकार पर लोगों के बीच विभाजन पैदा करने का आरोप लगाते हुए समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाने पर जमकर हमला बोला है। मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा की, यूपी व अन्य राज्यों में रोजगार व विकास के बजाय BJP समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाकर लोगों के बीच में विभाजन कारी मुद्दा उठा रही है। इससे पता चलता है की बीजेपी की हालत वास्तव में ठीक नहीं है।
1. यूपी व अन्य राज्यों में भी रोजगार व विकास के बजाय बीजेपी द्वारा विवादित एवं विभाजनकारी मुद्दों की तरह समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाना खास बात नहीं, किन्तु गुजरात में इसको चुनावी मुद्दा बनाने से इस आमचर्चा को बल मिलता है कि वहाँ बीजेपी की हालत वास्तव में ठीक नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) October 30, 2022
सुप्रीम कोर्ट के रोग के बावजूद समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा की, केन्द्र ने हाल में स्वंय माननीय सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि यूनिफार्म सिविल कोड के मामले पर कोई निर्णय अभी न किया जाए क्योंकि इसे वह 22वें लॉ कमीशन को सौंपेगी, तो फिर गुजरात विधानसभा चुनाव में ऐसा क्या होने जा रहा है जिससे बीजेपी विचलित है व झुक रही है। जो ऐसे मुद्दों को हवा दे रही है।
3. साथ ही, चुनाव को प्रभावित करने के लिए जनता की नजर से अज्ञात श्रोतों से प्राप्त अकूत धन का इस्तेमाल कितना उचित? ताजा आँकड़े बताते हैं कि गुजरात व हिमाचल विधानसभा आमचुनाव से पहले चुनावी बाण्ड की गुप्त फण्डिंग की मार्फत 545 करोड़ रुपये के चन्दे दिए गए हैं। यह धन कहाँ जा रहा है?
— Mayawati (@Mayawati) October 30, 2022
मायावती ने आगे गुजरात और हिमाचल चुनाव से पहले हुए 545 करोड़ की फण्डिंग पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा की, चुनाव को प्रभावित करने के लिए जनता की नजर से अज्ञात श्रोतों से प्राप्त अकूत धन का इस्तेमाल कितना उचित? ताजा आँकड़े बताते हैं कि गुजरात व हिमाचल विधानसभा आमचुनाव से पहले चुनावी बाण्ड की गुप्त फण्डिंग की मार्फत 545 करोड़ रुपये के चन्दे दिए गए हैं। यह धन कहाँ जा रहा है?