हेल्थ टिप्स : हरी पत्तेदार सब्जियों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। सब्जियों में कई तरह के पोषण तत्व और यौगिक पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों से बचाव करते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक सब्जियों में औषधीय गुणों होते हैं, जो इम्यूनिटी पावर को मजबूत करते हैं। इनमें से एक औषधीय गुणों से युक्त सब्जी पत्ता गोभी है। पत्ता गोभी के सेवन के कई फायदे होते हैं। लेकिन पत्ता गोभी का सही तरीके से सेवन न करने से यह नुकसानदायक हो जाता है। तो आइये जानते हैं पत्ता गोभी के सेवन से पहले इसके फायदे और नुकसान के बारे में।
पत्ता गोभी में पाए जाने वाले पोषक तत्व:-
पत्ता गोभी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकार जैसे- गैस्ट्रिटिस, पेप्टिक व डुओडेनल अल्सर, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम में फायदेमंद है। इसमें विटामिन, मिनरल और फाइटोन्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में होता है। पत्ता गोभी में फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम पाई
पत्ता गोभी खाने के फायदे:-
पत्ता गोभी कई तरह से हमारे शरीर के लिए फायदे मन है। पत्ता गोभी पेट की समस्या में फायदेमंद है। पाचन और कब्ज से राहत दिलाता है। लाल पत्ता गोभी में एंथोसायनिन पॉलीफेनोल पाया जाता है, जो पाचन क्रिया को उत्तेजित करने का काम करता है। पत्ता गोभी में फाइबर होता है, जो पाचन में सहायक है। पेट की समस्या दूर करने के साथ ही यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। जानकारों का कहना है की, पत्ता गोभी में विटामिन सी भरपूर होता है, जो इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है। इससे सर्दी बुखार और संक्रमण से बचाव होता है। एक रिसर्च जर्नल के मुताबिक, पत्ता गोभी में ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन पाया जाता है। ये दोनों तत्व आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद है। आंखों की रोशनी को तेज करने के लिए भी पत्ता गोभी का सेवन कर सकते हैं।
पत्ता गोभी के नुकसान:-
पत्ता गोभी में रैफिनोस पाया जाता है, जिसमें चीनी की मात्रा पाई जाती है। चीनी जटिल कार्बोहाइड्रेट का एक प्रकार है। यह आंखों से गुजरता हुआ पेट में समस्या कर सकता है। पत्ता गोभी का सेवन सामान्य रक्त शुगर होने पर ग्लूकोज लेवल को कम कर सकता है। थायराइड के मरीजों के लिए पत्ता गोभी का सेवन नुक्सान देय है।
(अस्वीकरण: संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। जी. के. न्यूज़ लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।)