लखनऊ: मांसाहार त्यागने पर कोरोना जैसी महामारीयों में लाभ मिलने की बात को दोहराने वाले, व्यक्ति के बुरे कर्मों से नाराज प्रकृति द्वारा दी जाने वाली सजा से अधिकतम लोगों को बचाने के लिए अपने संदेशों के माध्यम से वैचारिक क्रांति लाने में जुटे इस समय के पूरे महापुरुष उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 20 अक्टूबर 2019 में ही रामलीला मैदान, दिल्ली से मांस, मछली, अंडा, शराब को त्यागने और शाकाहार को अपनाने की वैश्विक प्रार्थना की। उन्होंने सरकार और डॉक्टरों से भी आह्वान किया कि वो लोगों को शाकाहार के प्रति जागरूक करें। जो जानवरों को मारता है, काटता है, लाता है, पकाता है, खाता है, खिलाता है, सबको बराबर पाप लगता है। इसलिए पाप अब मत करना, घर में नहीं बनना चाहिए।

क्रीम ब्रेन कैसे बनेंगे

अंडा, मांस, मछली से ज्यादा ताक़त मूंगफली, चना, दूध, फल और अन्न में हैं। इस चीज को आप लोगों को बताओ। इस तरह की व्यवस्था बनाओ जिससे यह लोगों तक बात यह पहुंचे। आप जो पत्रकार गण हो, मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक प्रेस वाले हो, इस पर थोड़ा सा फोकस करो कि जिससे लोग शाकाहारी नशामुक्त बन सके, दिल दिमाग बुद्धि वाले बन सके, क्रीम ब्रेन जिसको कहते हैं वह उनका हो सके।

बच्चियों कोई मेहमान आ जाए तो भाव से बनाकर भोजन खिलाओ

महाराज जी ने 11 दिसम्बर 2021 को आजमगढ़ में बताया कि कहा गया है अतिथि देवो भव: जो मेहमान आ जाते हैं, देवता हैं। अगर रात में कोई आ गया तो कुछ बहुएं कहती है टेंशन आ गया। बेमन से बनाती हैं। वह बेचारा खाता है तो मन नहीं भरता है। कभी थोड़ा खाने पर भी कहते हैं मन भर गया आज, बहुत बढ़िया भोजन बना था। किसी दिन थाली भर खाता है कहता है मन नहीं भरा। तो मन किससे भरता है? भाव से भरता है। तो भाव से बनाओ, खिलाओ।

पिछले जन्मों के कर्मों का लेना-देना है इसलिए एक दूसरे के साथ जोड़ दिया गया, उसको अदा करके अपने घर चलो

आप यह समझो (परिवार में) कोई (सदस्य) कड़क स्वभाव का होता है। रिश्ता जोड़ दिया गया, कर्मों का लेना-देना है जैसे पिछले जन्म में किसी के (यहां) रहे तो उसका कर्जा है। यहां पर जोड़ दिया गया। कर्ज की अदाई कर लो। देखो किसी का लड़का काम नहीं आता है, पढ़ाया-लिखाया, चला गया विदेश में या 2000 किलोमीटर दूर। रुपया तो भेज देगा लेकिन जब बीमार पड़ोगे तो सेवा करेगा? इसलिए पढ़ाया लिखाया? लेकिन जब बीमार पड़ते हो तो टट्टी-पेशाब दूसरा साफ करता है। तो कर्जा आराम से अदा हो जाएगा। वह काम आपको करना है। इसीलिए तो हमारे गुरु महाराज (बाबा जयगुरुदेव) के पास लोग जाते थे कि हमारा कर्जा अदा करा देंगे, बहुतों का कर्जा अदा करा भी दिया।

जो राजा, लोगों को मरवा-कटवा देते हैं उनको भी ऊपर बहुत मिलती है सजा

महाराज जी ने 8 दिसम्बर 2021 को शिवहर (बिहार) में बताया कि मैं अपने सामने की (पुरानी) बात बताता हूं। वह भूत वाला आदमी आया। गुरु महाराज के कमरे में घुसने लगा। मैंने उसको रोका। कहा हमको बाबा से बात करना है। और लोग भी थे, कहा भाई अपनी बात इनको (महाराज जी को) बताओ ये आगे बता देंगे। तब वह बताने लगा, कहा मैं बादशाह था। मैंने बहुत गलती किया। बहुत लोगों को मरवा-कटवा दिया। सैकड़ों सिपाहियों की मेरी फौज थी। बाद में मुझे भी मार दिया गया तो मैं भूत हो गया। जिसके ऊपर सवार था उसके लिए कहा कि इसने मेरा घर ले लिया, इसको मैं छोडूंगा नहीं। तो हमने कहा परेशान न करो। तो उसने कहा बाबा से कह दो कि हम को मुक्ति-मोक्ष दिला दो, हमको यह प्रेत योनि छुड़वा दो। हम कहां जाए? हमसे जो जबरदस्त भूत मिलते हैं वह हमको मारते हैं।

किसी भी देवी-देवता को मानते हो, उनको ही सामने रखकर कुछ दिन जयगुरुदेव नाम का जाप करके देख लो

महाराज जी ने 2 दिसम्बर 2021 को शाहजहांपुर, (उ.प्र.) में बताया कि एक घर में कई लोग हो। आप सतसंगी हो लेकिन जरूरी नहीं सभी सतसंगी हो। कोई राम को, कृष्ण, दुर्गा आदि को मानता है, कोई कांवड़ लेकर जाता है, कोई मजार में चद्दर चढ़ाता है। तरह-तरह के एक ही घर में हो गए। पहले क्या था? एक जैसा खाना-पीना, पहनावा, विचार-भावना थी। अब तो जिसको जैसा साथी मिल गया वो उसी तरह से उनमें चला जाता है। जैसे लड़के को शराबी साथी मिल गए तो लड़का शराबी हो गया। साथ का असर होता है इसीलिए साधक ने सतगुरु से क्या मांगा? साध संग मोहे देओ नित, परम गुरु दातार। या मेरे मालिक, मुझे साध का संग दे दो तो वो सब सिखा देगा।

सोहबत के असर से कोई बच्चा घर में बिगड़ गया हो तो जयगुरुदेव नाम ध्वनि में बैठाओ, उसकी बुद्धि सही हो जायेगी

सोहबत के असर से घर में कोई लड़का बिगड़ गया हो तो नाम ध्वनि जब बोलने लगेगा तो बदल जाएगा। जब सुबह-शाम नाम ध्वनि में उसको प्यार से बच्चों को बैठा ले जाओगे तो बच्चे का क्या रहता है? खाओ और जो चीज, खिलौना उसको पसंद आ गया, आप कह दो, दिला देंगे तो कैसे भी हो, आप उसको समझा करके बैठाना शुरू कर दो। जय गुरु देव नाम की ध्वनि बोल करके देख लो, चाहे नए हो या पुराने हो। किसी भी तरह की आपको तकलीफ रहती है तो कुछ दिन लगातार बोल करके देख लो। फायदा हो तो मानो नहीं तो कोई जबरदस्ती तो है नहीं। अर्जी मेरी मर्जी आपकी है। ऐसे बोलना रहेगा- जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरूदेव जय जयगुरुदेव

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