Rudrabhishek In Sawan: भगवान शिव के प्रिय माह सावन में भगवान सदाशिव रुद्र की विशेष पूजा के लिए रुद्राभिषेक करते हैं. सावन के अलावा आप महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत या फिर उस दिन जब शिववास हो तो रुद्राभिषेक कर सकते हैं. रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान रुद्र का अभिषेक यानि भगवान शिव को स्नान कराना. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सभी देवताओं की आत्मा में भगवान सदाशिव रुद्र विराजमान हैं. इनकी पूजा करने से सभी देवों की पूजा हो जाती है. भगवान भोलेनाथ महाकाल हैं, उनकी पूजा से अकाल मृत्यु का संकट भी दूर हो जाता है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण ने रुद्राभिषेक करके भगवान शिव को प्रसन्न किया तो वह त्रिलोक विजयी बन गया, वहीं भस्मासुर अपने आंसुओं से रुद्राभिषेक करके शिव कृपा का पात्र बना. रुद्राभिषेक पंचामृत से करते हैं या फिर दूध, दही, घी, शहद आदि से अलग-अलग कर सकते हैं. तंत्र साधना में रोगों से मुक्ति और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अलग-अलग चीजों से रुद्राभिषेक करने के बारे में बताया गया है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं रुद्राभिषेक से होने वाले फायदे के बारे में.
रुद्राभिषेक से होने वाले फायदे
1. कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए रुद्राभिषेक कराया जाता है. शिव कृपा से ग्रह दोष शांत हो जाते हैं. व्यक्ति उन्नति करता है.
2. अपने दुश्मनों को हराना हो या फिर कार्य में सफलता प्राप्त करनी है तो भी रुद्राभिषेक कराना चाहिए.
3. अकाल मृत्यु का भय हो या फिर किसी असाध्य रोग से पीड़ित हैं तो रुद्राभिषेक करना चाहिए.
4. सुख, शांति, धन, संपत्ति, वैभव आदि की प्राप्ति के लिए भी रुद्राभिषेक एक महत्पूर्ण साधन है. शिव अशीष से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.
5. मकान या नई गाड़ी की चाह है तो दही से रुद्राभिषेक कराना चाहिए.