लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने तमाम मांगों को लेकर जोरदार हंगामा किया। सपा और रालोद के विधायकों ने महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा किया। वहीँ विपक्ष ने मणिपुर की घटना पर निंदा प्रस्ताव लाने की भी मांग की।
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सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी दलों ने मणिपुर और हरियाणा की हिंसा पर चर्चा कराए जाने की मांग रखी। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने दूसरे राज्यों का मामला होने पर चर्चा नहीं किए जाने के नियम बताते हुए चर्चा से इंकार कर दिया। सदन की चर्चा के दौरान लगातार जारी विपक्ष की नारेबाजी को देखते हुए, स्पीकर सतीश महाना ने पहले 30 मिनट के लिए सत्र की कार्रवाई को रोका। लेकिन हंगामा शांत नहीं होने के कारण, उन्होंने मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए कार्रवाई को स्थगित कर दिया है।
आपको बतादें, सत्र शुरू होने से पहले सपा और रालोद के विधायक गले में टमाटर-लहसुन की माला पहनकर साइकिल पर विधानसभा पहुंचे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तंज:-
सदन में चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर जानकर निशाना साधा। अखिलेश ने मणिपुर के मुद्दे को लेकर CM पर तंज कस्ते हुए कहा की, ‘जानते हैं आपकी मजबूरी’। अखिलेश ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बोलना चाहिए। दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं बची, जहां पर मणिपुर की घटना की निंदा न हुई हो। उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे देश में राष्ट्रपति के ऑफिस ने निंदा की है। यूरोप के तमाम देशों ने निंदा की। इंग्लैंड ने निंदा की। क्या हम अपेक्षा नहीं कर सकते कि नेता सदन इस पर कुछ बोलें। अखिलेश ने कहा कि हम जानते हैं कि भाजपा के मुख्यमंत्री के रूप में आपकी बहुत मजबुरियां हैं। लेकिन हम एक सच्चे योगी के रूप में आपसे बोलने की अपेक्षा करते हैं। अखिलेश ने आगे कहा की, वो भाजपा के मुख्यमंत्री हैं। मैं उनकी मजबूरी समझ सकता हूं। मणिपुर हिंसा पर बोलकर वो देश की आवाज बन जाएं। हम भी उनका समर्थन करेंगे।