लखनऊ। फिरोजाबाद जिले में बुधवार को एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीरें देखने को मिली। दुर्घटना में घायल हुई एक बालिका की जब मौत हो गई तो उसके शव को उसके घर तक ले जाने के लिए स्वास्थ्य महकमा एंबुलेंस या फिर शव वाहन तक का इंतजाम नहीं कर सका। मृतक बेटी के परिजन उसके शव को बाइक पर रख कर ले गए। इस मामले का जब फोटो और वीडियो वायरल हुआ तो अस्पताल प्रशासन ने सफाई दी है। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि जल्दी बाजी में परिजन स्टाफ को बगैर सूचित किए ही शव को ले गए थे।
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दरअसल, नारखी थाना क्षेत्र के गांव कोटला निवासी हरि शंकर की बेटी 6 वर्षीय दिव्या एक मार्च को एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थी। इसका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। बुधवार को निजी चिकित्सालय के डॉक्टरों ने उसे कहीं दूसरी जगह ले जाने को कहा। इस पर बालिका के परिजन उस बालिका को जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में लेकर आए। यहां डॉक्टरों ने उसका परीक्षण करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन उसके शव को बाइक पर रख कर ले गए। किसी ने उसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य की जमकर किरकिरी हुई। फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद जिला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉक्टर आलोक शर्मा ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि बालिका के शव को उसके परिजन स्टाफ को बताए बगैर ले गए। इसमें स्टाफ की गलती नहीं लगती। फिर भी वह मामले की जांच कराएंगे, अगर किसी की लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।https://gknewslive.com