स्पोर्ट्स डेस्क: स्टेडियम, जिसके दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है, कानपुर और लखनऊ के बाद उत्तर प्रदेश में अपनी तरह का तीसरा स्टेडियम होगा। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ भारत के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर और कपिल देव, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी और मानद सचिव जय शाह भी शामिल हुए।
वाराणसी के गांजरी, राजातालाब में 451 करोड़ रुपये की लागत से स्टेडियम का विकास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भूमि अधिग्रहण पर 121 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जबकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) स्टेडियम के निर्माण पर 330 करोड़ रुपये खर्च करेगा। शिलान्यास के बाद बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह स्टेडियम पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान साबित होगा। स्टेडियम को उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) को दीर्घकालिक पट्टे पर दिया जाएगा।
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स्टेडियम में 30,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी और इसमें सात पिचें, अभ्यास जाल, लाउंज, एक कमेंटेटर बॉक्स, एक मीडिया सेंटर और एक बड़ा छात्रावास होगा। स्टेडियम का डिज़ाइन वाराणसी की समृद्ध विरासत और भगवान शिव से संबंधित तत्वों को प्रतिबिंबित करेगा, जिसमें एक अर्धचंद्राकार गुंबद, त्रिशूल के आकार की फ्लडलाइट और वाराणसी के घाटों की सीढ़ियों से मिलती जुलती दर्शक दीर्घा होगी।
एक बार पूरा होने पर यह न केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के लिए एक अत्याधुनिक स्थल प्रदान करेगा बल्कि वाराणसी में स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश में क्रिकेट के भविष्य में एक महत्वपूर्ण निवेश का प्रतिनिधित्व करती है।