नई दिल्ली: समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाली याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट अपना अहम फैसला सुनाएगी. सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच इस पर अहम फैसला देगी. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, संजय किशन कौल, रवींद्र भट्ट, हिमा कोहली और पीएस नरसिम्हा की अध्यक्षता वाली बेच ने कहा कि केवल विशेष विवाह और विदेशी विवाह अधिनियम के कानूनी पहलू को देखा जा रहा है. पांच जजों की संविधान पीठ यह फैसला सुनाएगी कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी जा सकती है या नहीं…
मई में सुरक्षित रखा गया था फैसला….
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई मई में पूरी कर ली थी. वहीँ लोगों को इस मामले में फैसले को लेकर काफी दिलचस्पी है. अदालत ने इस मामले में 10 दिन सुनवाई की थी और फैसला सुरक्षित कर लिया था.बता दें कि समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाली मांग का केंद्र सरकार ने शुरू से आखिर तक विरोध किया है. सरकार का कहना है कि ये न सिर्फ केवल देश की सांस्कृतिक और नैतिक परंपरा के खिलाफ है बल्कि इसे मान्यता देने से पहले 28 कानूनों के 158 प्रावधानों में बदलाव करते हुए पर्सनल लॉ से भी छेड़छाड़ करनी पड़ेगी.