PLASTIC WATER BOTTLE SIDE EFFECT: प्लास्टिक ने हमारी जिंदगी पर इतना असर डाला है कि आज की दुनिया प्लास्टिक के बगैर सोची भी नहीं जा सकती. मनुष्य प्लास्टिक पर इस तरह निर्भर है कि वह पानी पीने की बोतल से लेकर लंच बॉक्स तथा अपनी जरूरत की तमाम चीजें प्लास्टिक की ही इस्तेमाल कर रहा है. प्लास्टिक में हानिकारक रसायन ही नहीं होते, प्लास्टिक की बोतलों मे पानी जमा होने पर फ्लोराइड, आर्सेनिक और एल्यूमीनियम जैसे हानिकारक पदार्थ भी पैदा होते हैं, जो शरीर के लिए जहर हो सकते हैं. प्लास्टिक की बोतलों से पानी पीने का मतलब होगा धीमा जहर पीना, जो धीरे-धीरे और लगातार आपके स्वास्थ्य को खराब करेगा.
ये हैं प्लास्टिक बॉटल में पानी पीने के नुकसान…
कैंसर का खतरा
प्लास्टिक का प्रयोग करने की वजह से इसमें पाए जाने वाले रसायन से सीधा शरीर का संपर्क होता है. प्लास्टिक में पाए जाने वाले रसायन जैसे सीसा, कैडमियम और पारा शरीर में कैंसर, विकलांगता, इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी जैसे गंभीर रोग उत्पन्न करते हैं और इससे बच्चों का विकास भी प्रभावित होता है.
हार्ट की बीमारियां और डायबिटीज का जोखिम
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक अध्ययन में पाया गया है कि पॉली कार्बोनेट की बोतलों से पानी पीने वालों के यूरिन में पॉली कार्बोनेट प्लास्टिक बनाने में इस्तेमाल होने वाला केमिकल बिस्फेनॉल ए पाया गया है. जब इसकी मात्रा ज्यादा हो जाती है तो इससे हार्ट डिजीज और डायबिटीज का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है.
बांझपन, लिवर की बीमारियों का खतरा
प्लास्टिक बोतल के इस्तेमाल को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्लास्टिक की पानी की बोतल जब गर्मी के संपर्क में आता है तो पानी में माइक्रो प्लास्टिकछोड़ने लगता है. ये सूक्ष्म प्लास्टिक कण शरीर में कई तरह की समस्याओं को जन्म दे सकते हैं. इसकी ज्यादा मात्रा हार्मोन असंतुलन, बांझपन और लिवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकते हैं.