धर्म-कर्म: देश-दुनिया में शाकाहार, सदाचार और नशा मुक्ति के लिए लोगों में वैचारिक क्रांति की अलख जगाने वाले, जयगुरुदेव नाम से लोगों की दु:ख तकलीफ दूर करने वाले, वक़्त के विश्वविख्यात परम् सन्त, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज के आह्वान पर उनके भक्तों द्वारा गुलाबी नगरी जयपुर में विशाल जीव जागरण धर्म यात्रा बड़े जोर-शोर, गाजे-बाजे और धूम-धड़ाके से निकाली गयी। इसमें भक्तों द्वारा अपने गुरु महाराज की वैश्विक प्रार्थना जैसे हाथ जोड़कर विनय हमारी, तजो नशा बनो शाकाहारी, कलयुग जाने वाला है, सतयुग आने वाला है आदि को जन साधारण तक पहुंचाया गया। समय के इस सन्देश और निस्स्वार्थ भाव से प्रेमियों द्वारा निकाली गयी रैली का प्रभाव देखते ही बनता था। भक्तों द्वारा देश-प्रदेश में निकाली गई ऐतिहासिक शाकाहार, नशामुक्ति जीव जागरण धर्म यात्रा के प्रथम चरण का भव्य समापन राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर में हुआ, जहाँ इस यात्रा में सम्मिलित होने के लिए राजस्थान प्रांत के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में गुलाबी वस्त्र धारण कर भक्त गणों ने पहुँच कर महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त किया और उनके द्वारा दिया गया सतसंग सन्देश सुना।
यह यात्रा प्रात: 9 बजे अजमेर रोड़ ठिकरिया , टोल टैक्स के पास से रवाना होकर 200 फिट बाई पास से पच्यावला अंडरपास, खातीपुरा मोड़ से झोटवाड़ा पुलिया, पानीपेच, कलेक्ट्री सर्किल, गवर्नमेंट हॉस्टल, अजमेर पुलिया से 200 फीट बाईपास, मानसरोवर मेट्रो स्टेशन चौराहा से नारायण विहार होते हुए ठीकरिया आश्रम पर सम्पन्न हुई। जहाँ पर सभी भक्तों ने बाबा उमाकान्त जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के साथ ही उनके द्वारा दिया गया सतसंग सन्देश सुना। अपने सतसंग में महाराज जी लोक और परलोक दोनों बनाने के सरल उपाय बताया और पूरी तरह से नि:शुल्क इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में सर्व जन सपरिवार को सादर आमंत्रित किया। इसके साथ ही, महाराज जी ने जनमानस से प्रार्थना करते हुए कहा कि, देश प्रेम बनाये रखो। किसी की निंदा बुराई मत करना। आंदोलन, हिंसा, तोड़-फोड़ से दूर रहना। देश की संपत्ति को अपनी संपत्ति समझना। सबके लिए दिल में प्रेम की जगह बनाओ। शाकाहारी नशामुक्ति प्रचार में लगे रहो।