पटना: बिहार की राजधानी पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज की कार्रवाई की है। बता दें शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने उस वक्त लाठियां भांजी जब हजारों की संख्या में इक्ट्ठा होकर सभी शिक्षक बीपीएससी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं इस लाठीचार्ज कार्रवाई के चलते प्रदर्शनकारियों का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा, जिसकी वजह से ये मामला और भी बेकाबू हो गया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर भांजी लाठी
आपको बता दें ये आंदोलन TRE 3 परीक्षा में वन कैंडिडेट, वन रिजल्ट और परिणाम से पहले हुई काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर किया जा रहा था, जहां छात्र नेता दिलीप के नेतृत्व में शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे, जिसकी भनक लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कार्यालय पहुंचने से रोक लिया। जिसका विरोध करने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, पुलिस की इस कार्रवाई में कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हो गये। जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानिए क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग
वहीं लाठीचार्ज कार्रवाई से प्रदर्शन कर रहे सभी अभ्यर्थी पुलिस पर भड़क उठे। और पुलिस के रवैये पर सवाल उठाते हुए प्रदर्शनकारी दिलीप कुमार ने कहा कि ये सरासर शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हो रहा है, जो लोकतंत्र की हत्या को बयां करता है। आखिर मैं नीतीश कुमार की सरकार से ये पूंछना चाहता हूं, कि क्या लोकतंत्र में छात्र को शांतिपूर्वक अपनी बात रखने की इजाजत नहीं हैं?
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बल्कि नीतीश कुमार खुद छात्र आंदोलन से उभरे हुए एक नेता हैं, फिर भी आज छात्रों के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है। वहीं प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हमारी मांगे है कि BPSC TRE-3 में वन कैंडिडेट वन रिजल्ट को लागू किया जाए, रिजल्ट से पहले काउंसिलिंग की जाए और बेलट्रॉन को कोई भी जिम्मेदारी नहीं सौंपी जाए।
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