Anant Chaturdashi 2024: गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की स्थापना होती है और अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति का विसर्जन किया जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा का महत्व होता है। अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 17 सितंबर को है।
भगवान विष्णु को सृष्टि के पालनहार के रूप में पूजा जाता है। जब भी पृथ्वी पर अधर्म, असत्य, अन्याय और पाप बढ़ते हैं, भगवान विष्णु धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेते हैं। त्रेता युग में भगवान राम और द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के रूप में उनका अवतार हुआ था।
अनंत चतुर्दशी के अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा करना चाहते हैं तो आइए जानते हैं कुछ प्रमुख भगवान विष्णु के मंदिरों के बारे में:
तिरुपति बालाजी मंदिर: आंध्र प्रदेश में भगवान विष्णु तिरुपति बालाजी में भगवान वेंकटेश्वर के रूप में विराजमान हैं। यहां दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं, इसलिए यात्रा की पूर्व व्यवस्था करना महत्वपूर्ण है।
जगन्नाथ मंदिर: पुरी (ओडिशा) पुरी शहर में स्थित इस मंदिर में भगवान कृष्ण अपने भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं। इस मंदिर को भगवान जगन्नाथ के नाम से जाना जाता है और यह भारत के चार धामों में से एक है।
बद्रीनाथ मंदिर: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चार धामों में से एक है। यहां भगवान विष्णु बद्रीनाथ जी के अवतार में विराजमान हैं। बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु का शालिग्राम रूप है, जिसे एक मीटर लंबी मूर्ति के रूप में पूजा जाता है।