Jammu Kashmir Assembly Election 2024 Phase 1: जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले फेज में 24 सीटों पर वोटिंग चल रही है, जिसमें 16 सीटें कश्मीर और 8 सीटें जम्मू में हैं। इस बार भाजपा, कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी के अलावा इंजीनियर राशिद और जमात ए इस्लामी जैसे नए चेहरे भी चुनावी मैदान में हैं।
निर्दलीय उम्मीदवारों की भूमिका
इस चुनाव में 219 उम्मीदवारों में से 44 प्रतिशत निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें से अधिकांश जमात ए इस्लामी और राशिद इंजीनियर की पार्टी से जुड़े हैं। ये निर्दलीय उम्मीदवार पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस को नुकसान पहुंचा सकते हैं, खासकर जमात पर लगाए गए बैन के कारण।
जमात ए इस्लामी पर बैन
केंद्र सरकार ने जमात ए इस्लामी पर बैन लगा रखा है, जिसके चलते इसके पूर्व सदस्य निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इनका राशिद इंजीनियर की पार्टी के साथ गठबंधन कश्मीर में सियासी बदलाव का संकेत दे सकता है।
राशिद इंजीनियर का प्रभाव
राशिद इंजीनियर, जो कि हाल ही में टेरर फंडिंग केस में जमानत पर रिहा हुए हैं, लोकसभा चुनाव में उमर अब्दुल्ला को मात देकर कश्मीर की राजनीति में हलचल मचा चुके हैं।
वोटिंग की भागीदारी
2024 के लोकसभा चुनावों के बाद विधानसभा चुनाव में वोटिंग की भागीदारी पर सबकी निगाहें हैं। 2014 में 65.50 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि हाल के लोकसभा चुनाव में 58.46 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई। अगर विधानसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग होती है, तो यह केंद्र और केंद्रशासित प्रदेश के लिए एक सफलता होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये चुनाव परिणाम क्या दर्शाते हैं और किस प्रकार की राजनीतिक दिशा में जम्मू-कश्मीर आगे बढ़ता है।