UP: चंदौली जिले के कंदवा क्षेत्र के अरंगी गांव में सात साल की बच्ची आरती की सर्पदंश से मौत हो गई। इसके बाद मामले की सुचना पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को बॉडी किट में भरकर पोस्टमार्टम के लिए परिवार को सौंप दिया। परिवार वाले ऑटो से शव लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, लेकिन वहां कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला। इस पर बच्ची के दादा चौधरी बिंद अपनी नातिन के शव को कंधे पर उठाकर इधर-उधर भटकते रहे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
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विजयर वीडियो में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ़ नजर आ रही है, जिसमें मासूम बच्ची के शव को उसके बुजुर्ग नाना कंधे पर लेकर घूमने पर मजबूर हैं। पत्रकारों को अपनी आपबीती सुनाते हुए, बुजुर्ग चौधरी बिंद ने बताया कि जब उनकी नातिन की मौत हुई, तब एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी आए थे। उन्होंने शव को बॉडी किट में डालकर ऑटो में रखवा दिया और पोस्टमार्टम हाउस जाने को कहा।
बुजुर्ग चौधरी बिंद ने आरोप लगाते हुए कहा कि, हमें पोस्टमार्टम हाउस जाने को कहकर वे दोनों पुलिसकर्मी कहीं चले गए। जब वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। जिसके चलते पोस्टमार्टम नहीं हो सका और उन्हें नातिन के शव के साथ इधर-उधर भटकना पड़ा। काफी देर बाद पुलिसकर्मी पहुंचे और फिर बच्ची का पोस्टमार्टम कराया गया।