धर्म कर्म: इस समय के पूरे समरथ सन्त वक़्त गुरु दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज शरद पूर्णिमा के अवसर पर लखनऊ में पधारे हुए हैं. महाराज जी अपने सत्संग में बताया कि नशे की आदत से बच्चों और युवाओं का चरित्र खतरे में है। भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए आप लोग अपने-अपने स्तर पर मदद करो। उन्होंने कहा शराबी मांसाहारी सही निर्णय नहीं ले सकते। इस समय कब किसका बच्चा-बच्ची बिगड़ जाए, नशेबाज, चरित्रहीन हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। बिगड़े बड़े बच्चों को सतसंगों में, प्रचार-प्रसार में ले आओ तो अच्छे संग से सुधर जायेंगे।
आगे उन्होंने कहा छोटे बच्चों का ध्यान रखोगे तो आपकी कोख धन्य हो जाएगी। आपका बच्चों का पैदा करना सार्थक होगा। उन्होंने कहा परमात्मा की पूरी शक्ति वाले जयगुरुदेव नाम का जाप करके मुसीबतों से बचा जा सकता है। आप भी सुनिए भारत में बढ़ती शराब-मांस और चरित्रहीनता पर सन्त उमाकान्त जी महाराज ने क्या बड़ी चेतावनी दी।
भारतीय संस्कृति को बचाने की जरूरत
हम जानते हैं कि आपके पास पावर (अधिकार) नहीं है। कुछ पावर वाले लोग भी बैठे हो, सुन भी रहे हो। आप लोग अपने-अपने स्तर से, इसमें जो हो सके, मदद करो। इस वक्त पर कब किसका बच्चा-बच्ची बिगड़ जाए, नशेबाज, चरित्रहीन हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। क्योंकि यह जाल बढ़ता चला जा रहा है। भारतीय संस्कृति को लोग खत्म करने में लगे हुए हैं और जो लोग बचाने में लगे हैं, उन्हीं के बच्चे, वही लोग इसमें इंवॉल्व हैं। तो सोचो इन बच्चों का क्या होगा।
नशे की आदत से बच्चों और युवाओं का चरित्र खतरे में
इसलिए आप अपने-अपने स्तर से शुरू करो। लड़का हो या लड़की हो, उसका ध्यान रखो, समझाओ, बताओ। न समझ में आता हो तो सतसंगों में, साप्ताहिक सतसंगों में, प्रचार-प्रसार में ले जाओ। जैसा साथ पड़ेगा, उसी हिसाब से उसमें परिवर्तन आएगा। संग का असर आता है।
बच्चों का पैदा करना कब सार्थक होगा
आज आप मेरे कहने से अगर चेत जाओ तो यह छोटे बच्चे नहीं बिगड़ेंगे। बड़े पेड़-पौधे को टेढ़ा होने के बाद सीधा करने में थोड़ा समय, युक्ति लगेगा। लेकिन जो पौधा आप अब लगाओ, वो टेढ़ा न होने पावे। छोटे बच्चे बिगड़ने न पावे। इनके ऊपर कोई असर न होने पावे। यह बिल्कुल चंदन जैसा अपने को महसूस कर ले। चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहे भुजंग। सांप लिपटे रहते हैं फिर भी चंदन अपनी शीतलता, खुशबू को नहीं छोड़ता है। ऐसे ही जब छोटे बच्चे ऐसा सोच लेंगे, ऐसे बन जाएंगे तो आपका बच्चों को पैदा करना सार्थक हो होगा। वह मां का कोख धन्य होगा जिसमें राम-कृष्ण, कबीर, गोस्वामी, पलटू, गुरु महाराज जैसे सन्त ने जन्म लिया, उस तरह का, आपका कोख धन्य हो जाएगा।
परमात्मा की पूरी शक्ति वाले जयगुरुदेव नाम का जाप करके मुसीबतों से बचा जा सकता है
इसके लिए करना क्या रहेगा? जैसे पहली फिर दूसरी फिर आगे की सीढ़ी पर पैर रखकर चढ़ कर छत पर कोई पहुँच पाता है ऐसे ही सबसे पहली सीढ़ी तो यही जयगुरुदेव नाम है जो इस समय का जीता जागता प्रभु का नाम है। जयगुरुदेव नाम में परमात्मा की पूरी शक्ति इस समय भरी हुई है। बहुतों की संकट में मदद हुई। सब लोग जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोला करो।
भारतीय संस्कृति को बचाने की जरूरत
हम जानते हैं कि आपके पास पावर (अधिकार) नहीं है। कुछ पावर वाले लोग भी बैठे हो, सुन भी रहे हो। आप लोग अपने-अपने स्तर से, इसमें जो हो सके, मदद करो। इस वक्त पर कब किसका बच्चा-बच्ची बिगड़ जाए, नशेबाज, चरित्रहीन हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। क्योंकि यह जाल बढ़ता चला जा रहा है। भारतीय संस्कृति को लोग खत्म करने में लगे हुए हैं और जो लोग बचाने में लगे हैं, उन्हीं के बच्चे, वही लोग इसमें इंवॉल्व हैं। तो सोचो इन बच्चों का क्या होगा।
नशे की आदत से बच्चों और युवाओं का चरित्र खतरे में
इसलिए आप अपने-अपने स्तर से शुरू करो। लड़का हो या लड़की हो, उसका ध्यान रखो, समझाओ, बताओ। न समझ में आता हो तो सतसंगों में, साप्ताहिक सतसंगों में, प्रचार-प्रसार में ले जाओ। जैसा साथ पड़ेगा, उसी हिसाब से उसमें परिवर्तन आएगा। संग का असर आता है।
बच्चों का पैदा करना कब सार्थक होगा
आज आप मेरे कहने से अगर चेत जाओ तो यह छोटे बच्चे नहीं बिगड़ेंगे। बड़े पेड़-पौधे को टेढ़ा होने के बाद सीधा करने में थोड़ा समय, युक्ति लगेगा। लेकिन जो पौधा आप अब लगाओ, वो टेढ़ा न होने पावे। छोटे बच्चे बिगड़ने न पावे। इनके ऊपर कोई असर न होने पावे। यह बिल्कुल चंदन जैसा अपने को महसूस कर ले। चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहे भुजंग। सांप लिपटे रहते हैं फिर भी चंदन अपनी शीतलता, खुशबू को नहीं छोड़ता है। ऐसे ही जब छोटे बच्चे ऐसा सोच लेंगे, ऐसे बन जाएंगे तो आपका बच्चों को पैदा करना सार्थक हो होगा। वह मां का कोख धन्य होगा जिसमें राम-कृष्ण, कबीर, गोस्वामी, पलटू, गुरु महाराज जैसे सन्त ने जन्म लिया, उस तरह का, आपका कोख धन्य हो जाएगा।
परमात्मा की पूरी शक्ति वाले जयगुरुदेव नाम का जाप करके मुसीबतों से बचा जा सकता है
इसके लिए करना क्या रहेगा? जैसे पहली फिर दूसरी फिर आगे की सीढ़ी पर पैर रखकर चढ़ कर छत पर कोई पहुँच पाता है ऐसे ही सबसे पहली सीढ़ी तो यही जयगुरुदेव नाम है जो इस समय का जीता जागता प्रभु का नाम है। जयगुरुदेव नाम में परमात्मा की पूरी शक्ति इस समय भरी हुई है। बहुतों की संकट में मदद हुई। सब लोग जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोला करो।