लखनऊ। केंद्र सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना के रोकथाम के लिए चल रहे देशव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम पर अभी तक 4,744 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जो कि मौजूदा वित्त वर्ष में टीकाकरण के लिए आवंटित कुल बजट के 14 फीसदी से भी कम है। भारत में जारी दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को कई मोर्चों पर असफलताओं का सामना करना पड़ रहा है। कुछ राज्यों नें टीके की कमी है, वहीं कई जगहों पर टीकाकरण की रफ्तार काफी कम है।
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पहले से ही स्वीकृत 35,000 करोड़ रुपये के बजट का धीमी गति से उपयोग ऐसे समय में हो रहा है जब टीकाकरण अभियान की गति बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी के जरिए नए कोविड संक्रमण के मामलों में आई अभूतपूर्व वृद्धि को धीमा किया जा सकता है। पिछले एक सप्ताह में औसतन 3.86 लाख नए मामले दर्ज किए गए हैं और प्रतिदिन 3,600 से अधिक मौतें हुई हैं। जोकि बहुत चिंताजनक है।https://gknewslive.com