Lucknow News: लखनऊ में भिखारियों और अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के खिलाफ सख्त अभियान की शुरुआत होने जा रही है। नगर निगम, जिला प्रशासन और अन्य विभागों के साथ मिलकर मंगलवार से इस अभियान को शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य भिखारियों की पहचान कर उन्हें रिहैबिलिटेशन केंद्रों में भेजना, बच्चों को स्कूल भेजने की व्यवस्था करना और जो लोग पेशेवर रूप से भिक्षावृत्ति करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है।
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि इस अभियान के तहत शहर भर में 2,400 भिखारियों को चिन्हित किया गया है, जिनमें से 99 लोग फुट ओवरब्रिज और सार्वजनिक स्थानों पर भीख मांगते हैं। इन भिखारियों को रिहैब किया जाएगा और जो लोग बीमार होंगे, उनका इलाज भी सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा, जो बच्चे भीख मांगते हैं, उन्हें स्कूल भेजने के लिए एक योजना बनाई गई है।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने अवैध रूप से शहर में रहने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि इनकी संख्या शहर में करीब दो लाख के आसपास है और ये लोग रोजगार छीनने, अपराधों को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को शहर से बाहर किया जाएगा और इस संबंध में डीएम और अन्य विभागीय अधिकारियों से कार्रवाई की अपील की जाएगी। इसके अलावा, जिनके प्लॉट पर अवैध झुग्गियां बनी हुई हैं, उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस अभियान का उद्देश्य शहर में बेहतर व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और जिनकी पहचान अवैध तरीके से शहर में रहने वाले लोगों के रूप में होती है, उन्हें बाहर निकालने का काम किया जाएगा।