Afghanistan-Pakistan News: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच लंबे समय से चला आ रहा सीमा विवाद हाल के दिनों में और गंभीर हो गया है। हाल ही में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के भीतर आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें कई तालिबान लड़ाके मारे गए। इसके जवाब में अफगानिस्तान ने भी कार्रवाई करने का दावा किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तालिबान को लेकर सख्त बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि तालिबान को खत्म किए बिना पाकिस्तान प्रगति नहीं कर सकता। इसी बीच पाकिस्तान में अफगानिस्तान के वखान कॉरिडोर पर कब्जा करने की चर्चा ने तालिबान को और भड़का दिया है।
तालिबान ने पाकिस्तान को पुरानी हारें याद दिलाईं:-
तालिबान के उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि उसकी मौजूदा आर्थिक और राजनीतिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह वखान कॉरिडोर पर कब्जा कर सके या किसी नए युद्ध में शामिल हो सके। उन्होंने पाकिस्तान को 1971 में भारत के साथ हुए युद्ध की हार की याद दिलाई, जब पाकिस्तान ने पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) खो दिया था और 93,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था। उन्होंने यह भी कहा कि 1973 और 1989 के जलालाबाद और कुनार नदी की लड़ाई में भी पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था। शेर मोहम्मद ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी सीमाओं से बाहर किसी बड़े युद्ध में सफलता नहीं मिली है।
अल्पसंख्यकों और आंतरिक मुद्दों पर हमला:-
तालिबान नेता ने पाकिस्तान पर अपने देश के भीतर अल्पसंख्यकों, बलूच और पश्तून समुदायों के खिलाफ अत्याचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने वखान कॉरिडोर पर कब्जे के विचार को “मूर्खता” करार दिया और कहा कि पाकिस्तान को अपनी आंतरिक समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
पाकिस्तान को चेतावनी:-
तालिबान ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान में घुसपैठ या किसी हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश पाकिस्तान के लिए बड़ी भूल साबित होगी। इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व से एकजुट होकर बढ़ते सुरक्षा संकट का समाधान निकालने का आह्वान किया था।