Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है, लेकिन इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज में महाकुंभ स्नान करने के फैसले को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने सवाल खड़े किए हैं। AAP प्रवक्ता अनुराग ढांडा ने इसे एक चुनावी रणनीति बताया और कहा कि इससे गंभीर सवाल उत्पन्न होते हैं।

AAP का आरोप:-
अनुराग ढांडा ने कहा, “जब दिल्ली में मतदान हो रहा होगा, तब प्रधानमंत्री मोदी महाकुंभ स्नान करेंगे। यह साफ तौर पर एक सोची-समझी योजना लगती है, क्योंकि यह दिन चुनावी रूप से महत्वपूर्ण है।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी धार्मिक भावनाओं का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, बीजेपी की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

‘केजरीवाल भी जाएंगे महाकुंभ, पर बाद’:-
जब एबीपी न्यूज ने AAP प्रवक्ता से पूछा कि क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी महाकुंभ स्नान करने जाएंगे, तो उन्होंने बताया कि केजरीवाल 5 फरवरी के बाद अपने परिवार के साथ महाकुंभ जाने का प्लान बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल जाएंगे, लेकिन वह प्रधानमंत्री की तरह इसे चुनावी मुद्दा नहीं बनाएंगे।

महाकुंभ और राजनीति का रिश्ता:-
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जहां करोड़ों श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अब तक लाखों श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। चुनाव के दौरान धार्मिक आयोजनों में बड़े नेताओं की मौजूदगी हमेशा चर्चा का विषय रही है। इससे पहले भी कई चुनावों में बीजेपी और अन्य दलों के नेता धार्मिक आयोजनों में शामिल होते रहे हैं, जिससे विपक्षी दल उन पर ‘धार्मिक राजनीति’ करने का आरोप लगाते रहे हैं।

चुनाव आयोग की नजर?
AAP का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली में मतदान के लिए कुछ ही घंटे बाकी हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या चुनाव आयोग पीएम मोदी के महाकुंभ जाने को आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में देखेगा या नहीं। फिलहाल, बीजेपी की ओर से इस मुद्दे पर कोई सफाई नहीं आई है, लेकिन चुनाव के मद्देनजर यह विवाद और तूल पकड़ सकता है।

admin

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *