UP: आजमगढ़ जिले की रानी की सराय थाना पुलिस और स्वाट टीम को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने फिल्म ‘पुष्पा’ की तर्ज पर ऑटो की छत में छिपाकर गांजे की तस्करी कर रहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि यह कार्रवाई रानी की सराय थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर सेमरहा अंडरपास के पास की गई। सूचना के आधार पर रोके गए ऑटो में कोई सवारी नहीं थी। तलाशी के दौरान ऑटो की छत में बने गुप्त चैंबर से गांजे से भरी थैलियां बरामद हुईं।
गांजा तस्करों की 10 साल से चल रही थी यह गुप्त गतिविधि:-
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिहार के गोपालगंज जिले के एकडेवरा वार्ड नं. 11 निवासी मास्टर साहनी और उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के खामपार थाना क्षेत्र के छित्रवली गांव निवासी सुरेंद्र यादव के रूप में हुई है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे पिछले 10 साल से इस तस्करी में लिप्त हैं और गांजे को उड़ीसा के झारसुगुड़ा जिले से खरीदकर सोनभद्र, चंदौली, और आजमगढ़ के रास्ते बिहार पहुंचाते थे। वहां इसे ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे।
तलाशी में बरामद हुआ 70 किलो गांजा;-
पुलिस ने ऑटो की छत में चैंबरनुमा बॉक्स बनाकर उसमें छिपाया गया 70 किलो 200 ग्राम गांजा बरामद किया। बरामद गांजे की अनुमानित कीमत सात लाख रुपये है। इसके अलावा पुलिस ने दोनों तस्करों के पास से एक हजार रुपये नकद, दो मोबाइल फोन और ऑटो भी जब्त किया है।
गांजा तस्करी का अनोखा तरीका:-
एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि तस्कर गांजे की तस्करी के लिए खासतौर पर ऑटो की छत में लोहे की जाली से बना गुप्त चैंबर तैयार करवाते थे। इसमें गांजे को छिपाकर वे आसानी से पुलिस की नजर से बचने की कोशिश करते थे। हालांकि, पुलिस की सतर्कता ने उनके इस अनोखे तरीके का भंडाफोड़ कर दिया।
अभियुक्तों पर कानूनी कार्रवाई जारी:-
फिलहाल पुलिस ने दोनों अभियुक्तों के खिलाफ एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस तस्करी से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाया जा सके।