Lifestyle: आजकल फिटनेस को लेकर जागरूकता बढ़ी है, और बहुत से लोग रोजाना वॉकिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर चुके हैं। चलना निश्चित रूप से एक अच्छी आदत है — यह हृदय को स्वस्थ रखता है, वजन कम करने में मदद करता है, और मानसिक तनाव को कम करता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ज्यादा चलना भी नुकसानदायक हो सकता है?
अगर आप भी फिट रहने के चक्कर में ज़रूरत से ज़्यादा वॉकिंग कर रहे हैं, तो नीचे दिए गए नुकसानों को जरूर जान लें…
1. मांसपेशियों पर ज़रूरत से ज़्यादा दबाव
ओवर वॉकिंग से पैरों, घुटनों और जांघों की मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे थकावट, सूजन और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. जोड़ (joints) में दर्द और सूजन
हर रोज़ ज़रूरत से ज्यादा चलने से घुटनों और टखनों के जोड़ों पर असर पड़ता है। उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों की क्षमता कम होती जाती है, और ओवर वॉकिंग से आर्थराइटिस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
3. थकावट और नींद की गड़बड़ी
बहुत ज्यादा चलने से शरीर लगातार थका हुआ महसूस करता है, जिससे नींद पर असर पड़ सकता है। ओवर वॉकिंग करने वाले कई लोग अनिद्रा, बेचैनी या दिनभर की थकावट की शिकायत करते हैं।
4. वजन घटाने की जगह उल्टा असर
अगर आप जरूरत से ज्यादा चल रहे हैं, तो शरीर स्ट्रेस हॉर्मोन (कॉर्टिसोल) रिलीज़ करता है, जो वजन कम करने की बजाय उसे बढ़ा भी सकता है। यह खासकर तब होता है जब आप पर्याप्त आराम नहीं करते।
5. दिल की सेहत पर असर
हल्की-फुल्की वॉकिंग दिल के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन अत्यधिक चलने पर हृदय पर ज़रूरत से ज्यादा दबाव पड़ सकता है, खासकर अगर आप पहले से किसी कार्डियक समस्या से ग्रस्त हैं।
तो क्या करें?
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रोज़ाना 30–45 मिनट की वॉक पर्याप्त होती है।
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सप्ताह में 1–2 दिन रेस्ट डे ज़रूर रखें।
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अपने शरीर के संकेतों को सुनें — अगर थकावट, दर्द या बेचैनी हो रही है, तो वॉक कम कर दें।
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हर समय “ज्यादा वॉक = ज्यादा फिटनेस” सही नहीं होता।