लखनऊ। कानपुर जिले के महानगर में बीती रात को एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें 17 लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने गहरा शोक व्यक्त किया है। साथ ही मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। बता दें कि मजदूरों से भरी हुई एक टेंपो फैक्ट्री की तरफ जा रही थी, जिसे बस ने टक्कर मार दी। हादसे में टेंपो सवार 17 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हैं, जिनका इलाज हैलट अस्पताल में चल रहा है। मरने वाले सभी लोग कानपुर के ही रहने वाले हैं। सभी लोग थाना क्षेत्र सचेंडी के पास के गांव के रहने वाले हैं। इनमें से 11 लोग लालेपुर गांव के रहने वाले हैं, जिनमें से एक घर में एकसाथ 3 भाइयों की मौत हो गई है।
बता दें कि इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है। सुबह से ही किसी घर में चूल्हा नहीं जला है। हादसे में एक ही परिवार के तीन सगे भाइयों की मौत से उस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतक भाइयों में से एक की शादी दिसंबर माह में होनी थी। मृतकों के भाई अजय ने बताया कि उसके तीनों भाई फैक्ट्री में नौकरी करते थे। तीनों मंगलवार को फैक्ट्री जा रहे थे, तभी यह दर्दनाक हादसा हुआ। उन्हें जब सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि जेसीबी से शव निकाले जा रहे थे, सभी की मौके पर ही मौत हो गई थी। सभी को हैलट अस्पताल ले जाया गया। तीनों भाइयों की उम्र 25 साल से कम थी।
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मृतकों के शव उनके गांव पहुंचे तो गांव में हड़कंप मच गया। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ इक्कठा हो गयी। परिजन और ग्रामीण 10 लाख रुपये की मांग करने लगे और मांग न पूरी होने तक अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया गया। इसकी सूचना पर जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने और बवाल करने लगे। जिसके बाद जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि उनकी मांगें सरकार तक पहुंचा दी गयी हैं। जिसके बाद ग्रामीण और परिजन अंतिम संस्कार के लिए माने।https://gknewslive.com