मनुष्य रूपी मंदिर-मस्जिद में देवी-देवता रहते हैं: उमाकान्त जी महाराज
धर्म-कर्म: रूहानी दौलत लुटाने वाले, उपर वाले का इस वक़्त का पैगाम सुनाने वाले, रूहानी इबादत कर गरीब परवरदीगार को खुश कर अंदर में हाजिर नाजिर करने का इल्म देने…
धर्म-कर्म: रूहानी दौलत लुटाने वाले, उपर वाले का इस वक़्त का पैगाम सुनाने वाले, रूहानी इबादत कर गरीब परवरदीगार को खुश कर अंदर में हाजिर नाजिर करने का इल्म देने…
धर्म-कर्म : वक़्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि देव दुर्लभ मनुष्य शरीर केवल खाने, सोने, भोग के लिए नहीं मिला…
धर्म-कर्म: इस समय के महापुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि, किसी भी पशु-पक्षी का मांस मत खाना। क्योंकि, खून जब बेमेल…