लखनऊ: आईआईटी की डेटा साइंटिस्ट टीम ने दावा किया कि देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में अधिकतम मामले 1 से 1.5 लाख प्रति दिन तक आ सकते हैं। टीम में शामिल डेटा वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने दावा किया है कि तीसरी लहर के पीछे ओमिक्रोन वेरिएंट जिम्मेदार हो सकता है।
भारत में ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले जब से सामने आए हैं, तभी से इस वेरिएंट के संक्रमित मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि टीम ने दावा किया है कि दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर काफी कमजोर होने की उम्मीद है। IIT डेटा साइंटिस्ट टीम के मुताबिक तीसरी लहर में अधिकतम मामले प्रतिदिन 1 से 1.5 लाख तक आ सकते हैं।