लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा की महिला सदस्यों के लिए 22 सितंबर का दिन बेहद खास होगा। कारण, ये है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने 22 सितंबर को प्रश्नकाल के बाद का पूरा समय महिला सदस्यों को चर्चा के लिए समर्पित करने का फैसला किया है। वे मानसून सत्र के दौरान 22 सितंबर को सदन की सिर्फ महिला सदस्यों को बोलने का अवसर देंगे। इसलिए यह दिन को विधानसभा में महिला सदस्यों के लिए बेहद मायने माना जा रहा है।
लखीमपुर में दलित बहनों की रेप-हत्या पर जहां विपक्षी दल हमलावर हैं, वहीं 19 सितंबर से शुरू हो चुके विधानसभा सत्र में पूरे दिन महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तय रहेगा। इसमें महिला विधायकों को महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक स्थिति और लैंगिक भेदभाव जैसे मुद्दों पर विषय उठाकर उस पर सदन में चर्चा की जाएगी। इसकी सबसे ख़ास बात यह है कि नेता सदन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव भी महिलाओं के मुद्दे पर बोलेंगे।