लखनऊ (जीके न्यूज) : लखनऊ इलाके में नगर निगम के एक पार्क में पास एक सारस घायल अवस्था में पड़ा मिला। स्थानीय लोगों से सूचना पाकर लखनऊ डीएफआओ डा. रवि कुमार सिंह ने क्षेत्रीय वन अधिकारी शहरी रेंज को रेस्क्यू टीम गठित करते हुए मौके पर पहुंचकर सारस पक्षी का रेस्क्यू करने के निर्देश दिए। इस सूचना पर शहरी रेंज के वन दरोगा रामधीरज यादव टीम के साथ मौके पर पहुंचकर सारस पक्षी को रेस्क्यू कर विभागीय अभिरक्षा में लेकर लखनऊ प्राणि उद्यान में चिकित्सीय परीक्षण हेतु दिया गया।
प्रभागीय वनाधिकारी अवध वन प्रभाग लखनऊ ने बताया कि सारस विश्व के सबसे ऊंचाई वाले उड़ने वाले पक्षी हैं, जो कि गंगा व जमुना के दोआब पर मुख्य रूप से जोड़ा बनाकर रहते हैं। यह पक्षी झील व घास के मैदान में घोंसला बनाकर अंडे देते हैं । नर व मादा दोनों घोंसले की रक्षा कर नवजात चूजों की रक्षा करते हैं। सारस उ0प्र0 का राज्य पक्षी भी है। संभवतः यह सारस का नन्हा (Subadult) उड़ न पाने के कारण शहर से वापस नहीं जा पा रहा था जिसको टीम ने तत्काल रेस्क्यू कर लखनऊ प्राणि उद्यान में प्राथमिक चिकित्सा के लिए रखा है, स्वस्थ होने पर पुनः प्राकृतवास में छोड़ दिया जायेगा। उत्तर प्रदेश के इस राजकीय पक्षी को मुख्यतः गंगा के मैदानी भागों और भारत के उत्तरी और उत्तर पूर्वी और इसी प्रकार के समान जलवायु वाले अन्य भागों में देखा जा सकता है। भारत में पाये जाने वाला सारस पक्षी यहां के स्थाई प्रवासी होते हैं और एक ही भौगोलिक क्षेत्र में रहना पसंद करते हैं। सारस पक्षी का अपना विशिष्ट सांस्कृतिक महत्व भी है।