Narak Chaturdashi 2023: दीपों के त्यौहार दीपावली की हिन्दू धर्म में काफी मान्यता है, यह त्यौहार सुख-समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना गया है। मान्यता के अनुसार, दीपावली के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का घर में आगमन होता है। आश्विन मास, कृष्ण पक्ष के 14वें दिन शनिवार यानी आज रूप चतुर्दशी या नरक चतुर्दशी पर्व मनाया जा रहा है। इसे मृत्यु के देवता यमराज की भक्ति का पर्व भी माना जाता है। इस दिन यमराज से विशेष प्रार्थना कर उनके सम्मुख सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाना चाहिए।
शास्त्रों के मुताबिक, चौमुखी दीपक को घर के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर दक्षिण दिशा में जलाकर रखने से अचानक आने वाले शारीरिक कष्टों से यमराज आपकी और आपके परिवार की रक्षा करते हैं। नरक चतुर्दशी पर प्रदोष काल में यम दीपक जलाई जाती है। इस दिन शाम को 05 बजकर 32 मिनट पर सूर्यास्त होगा, उसके साथ ही प्रदोष काल शुरू हो जाएगा, जिसमे आप याम को दीप दान कर सकते हैं। छोटी दिवाली को घर के मुख्य द्वार के बाहर सात या 11 दीपक जलाने चाहिए। ऐसा करने से घर में मौजूद सभी नकारात्मक शक्ति का नाश होता है और धन की देवी लक्ष्मी घर में ठहरने लगती हैं।