लखनऊ:  देश में मंकीपॉक्स का खतरा काफी तेजी से बढ़ने लगा है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया है। इस खतरे ने एक बार फिर कोविड-19 महामारी की याद दिला दी है। इस प्रकोप को गंभीरता से लेते हुए उत्तर-प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने एक बड़ा निर्देश दिया है। उनका कहना है कि, सभी जनपद के अस्पतालों में एंट्री प्वाइंट्स पर मंकीपॉक्स मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसी के साथ ही डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने राज्य स्तर पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। ताकि, मरीजों को इस हेल्पलाइन नंबर की मदद से फौरन सहायता मिल सके और उन्हें किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

WHO ने किया बड़ा ऐलान

जानकारी के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स के खतरनाक लक्षण को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। जहां WHO न “पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न” का ऐलान किया है।  इस कंसर्न के तहत चिन्हित किए गए संदिग्ध मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है।

बता दें, मंकीपॉक्स के मरीजों का सैंपल लेकर राज्य संदर्भन प्रयोगशाला यानि (डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी, KGMU) को भेजने की अनुमति दी गई हैं। इसी के साथ ही मंकीपॉक्स के खतरे से निपटने के लिए राज्य सरकार ने एक हेल्पलाइन नंबर 18001805145 भी जारी किया है। जिससे आम जनता को मदद मिल सके। इसके अलावा राज्य के प्रमुख शहरों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, और बस स्टैंडों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों की तैनाती की गई हैं, ताकि हर यात्रियों की स्क्रीनिंग हो सके।

जानिए मंकीपॉक्स के लक्षण

मंकीपॉक्स के प्रारंभिक लक्षणों में शरीर पर दाने, तेज बुखार, अत्यधिक कमजोरी और लसीका ग्रंथियों में सूजन शामिल हैं। ऐसे में डॉक्टर्स से सलाह लेकर तुरंत इलाज करें।

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