Sharda Sinha Death: प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा ने मंगलवार की रात इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी उम्र 72 वर्ष थी। कुछ दिन पहले बीमार होने के कारण उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। सोमवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा ने फेसबुक पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “आप सभी की प्रार्थनाएं और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया है। अब मां शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं रहीं।” पद्म भूषण से सम्मानित 72 वर्षीय शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गीतों के लिए प्रसिद्ध थीं। उनके लोकप्रिय गीतों में ‘विवाह गीत’ और ‘छठ गीत’ शामिल हैं। उनके बेटे अंशुमान के अनुसार, शारदा सिन्हा मल्टीपल मायलोमा नामक कैंसर से पीड़ित थीं, जिससे वे 2017 से जूझ रही थीं। हालांकि, उन्होंने अपनी बीमारी को कभी सार्वजनिक नहीं किया और हमेशा मुस्कुराते हुए लोगों के बीच गीत गाती रहीं।
आंतरिक लड़ाई लड़ने में कमजोर हो गईं:-
अंशुमान ने बताया कि 2017 से उनकी मां मल्टीपल मायलोमा का सामना कर रही थीं, लेकिन उन्होंने इसे सार्वजनिक नहीं होने दिया। पिता के निधन के बाद वे मानसिक रूप से टूट गई थीं, जिससे उनका आत्मबल कमजोर हो गया। हमलोग हाल ही में उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच के लिए दिल्ली आए थे, लेकिन उनकी तबीयत में तेजी से गिरावट आने लगी, जिसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती किया गया। कई दिनों तक संघर्ष करने के बाद अंततः उनकी सांसें थम गईं।
राजकीय सम्मान के साथ होगा बिहार कोकिला का अंतिम संस्कार:-
बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा की है और पटना के डीएम को निर्देश दिया है कि वे राजकीय सम्मान के साथ सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करें। दिल्ली के स्थानिक आयुक्त को भी निर्देश दिया गया है कि वे शारदा सिन्हा के परिवार से समन्वय स्थापित कर उनके पार्थिव शरीर को हवाई मार्ग से पटना भेजने की व्यवस्था करें।