लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 का दूसरा अनुपूरक बजट 17,865 करोड़ रुपये का पेश किया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में बजट प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह बजट प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ 2025, जेवर एयरपोर्ट, नगर विकास और बुनियादी ढांचे से जुड़ी सुविधाओं पर केंद्रित है।
अनुपूरक बजट के मुख्य बिंदु:-
- वित्त मंत्री ने बताया कि यह अनुपूरक बजट मूल बजट 7,36,437.71 करोड़ रुपये का 2.42 प्रतिशत है।
- इसमें 790.49 करोड़ रुपये के नए प्रस्ताव शामिल किए गए हैं।
- महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए विशेष धनराशि का प्रावधान किया गया है ताकि आयोजन भव्य और सुव्यवस्थित हो।
- जेवर एयरपोर्ट परियोजना को गति देने के लिए बजट में अतिरिक्त धन की व्यवस्था की गई है।
- नगर विकास और शहरी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए भी बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं।
कैबिनेट बैठक में 20 प्रस्तावों पर मुहर:-
बजट पेश करने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 20 अहम प्रस्तावों पर मंजूरी दी गई। इन प्रस्तावों के माध्यम से राज्य की विकास योजनाओं को तेजी से लागू करने पर सहमति बनी।
विपक्ष के आरोपों पर वित्त मंत्री का पलटवार:-
विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष नकारात्मक राजनीति कर रहा है। उन्होंने कहा, “सरकार पूरी सकारात्मकता के साथ प्रदेश के विकास के लिए काम कर रही है। विपक्ष को भी राज्यहित में सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।”
मुख्य फोकस क्षेत्र:-
- प्रयागराज महाकुंभ 2025: आयोजन के लिए विशेष व्यवस्था और सुविधाओं का विस्तार।
- जेवर एयरपोर्ट: यूपी को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने की परियोजना।
- नगर विकास: शहरों में स्वच्छता, जल निकासी और बुनियादी सुविधाओं के विकास पर जोर।
- बुनियादी ढांचा: सड़कों, पुलों और अन्य बुनियादी परियोजनाओं के लिए धनराशि का आवंटन।
योगी सरकार का यह अनुपूरक बजट राज्य के विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं को गति देने वाला साबित होगा। सरकार का मुख्य फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना और आगामी महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों को भव्य रूप से आयोजित करना है। वहीं, विपक्ष ने बजट को लेकर सवाल उठाए हैं, लेकिन सरकार इसे प्रदेश की प्रगति के लिए जरूरी कदम बता रही है।