HMPV Prevention: देश में बढ़ते HMPV वायरस से लोगों में डर का माहौल है। हाल ही में इसके दो केस मंगलवार को नागपुर में एक 13 साल की लड़की और 8 वर्षीय लड़के में देखने को मिले। दोनों को कई दिनों से सर्दी-बुखार की समस्या थी। इसके ज़्यादातर मामले बच्चों में ही देखे जा रहे हैं। देश के अभी तक 4 राज्यों में इसके मरीज देखने को मिले। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के मुताबिक, यह कोई नया वायरस नहीं है और सालों से लोगों में फैल रहा है। हालाँकि सरकार ने इस पर निगरानी रखी हुई है। इसके बढ़ते मामलों से लोगों में यही सवाल है, की, क्या यह कोरोना की तरह फैलता है? और इसके बचाव के क्या तरीके हैं।
HMPV से बचने के तरीके
1. फ्लू जैसे लक्षणों को ना करें इग्नोर
HMPV के इन्फेक्शन के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे नज़र आते हैं। अगर छोटे बच्चों में जुखाम-बुखार हो तो बिलकुल नज़रअंदाज़ ना करें। बच्चे के सांस लेने में गरगराहट सुनाई देती है तो भी एचएमपीवी इंफेक्शन का संकेत हो सकता है।
2. साफ़ सफाई का रखें ख़ास ख्याल
कोविड-19 की तरह यह भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। ऐसे में सफाई रखें और बार-बार हाथ धोएं। संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने या आस-पास रहने से बचें।
3. इम्युनिटी
अपनी डाइट को बेहतर बनाने के लिए फल और सब्ज़ियां अधिक मात्रा में खाएं। भरपूर नींद लें और रोज़ाना एक्सरसाइज करें जिससे इम्यून सिस्टम स्ट्रांग हो सके और बॉडी इस वायरस से लड़ने के लिए मज़बूत बन सके।
4. बचाव
HMPV के लिए अभी तक ना ही कोई दवा बनी है, ना ही कोई वैक्सीन बनी है। इसलिए दवा से ज़्यादा बचाव पर ध्यान दें। अगर घर में छोटा बच्चा है तो उस पर ख़ास सावधानी बरतें।
5. भीड़ से बचें, मास्क पहने
भीड़ में जाने से बचें और सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाएं। भीड़ भाड़ वाली जगह पर लोगों से 6 फ़ीट की दूरी बना कर रखें।