AmbedkarJayanti: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर पार्टी में जगह देने का ऐलान किया है। हालांकि, मायावती ने साफ कर दिया है कि आकाश आनंद को पार्टी का उत्तराधिकारी नहीं बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि BSP अब परिवारवाद की राजनीति से दूर रहेगी और केवल मूवमेंट व विचारधारा के आधार पर चलेगी।
क्यों हुआ था विवाद?
कुछ महीनों पहले BSP के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में अनुशासनहीनता और अपरिपक्व बर्ताव के चलते जिम्मेदारियों से हटा दिया गया था। मायावती ने उस समय सख्त तेवर दिखाते हुए कहा था कि पार्टी में अनुशासन सबसे बड़ा मूल्य है और कोई भी व्यक्ति, चाहे वो कितना भी करीबी क्यों न हो, अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
फिर क्यों मिली माफी?
मायावती ने अपने हालिया बयान में कहा कि उन्होंने आकाश आनंद की गलती को माफ कर दिया है और उन्हें फिर से BSP में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपनी गलतियों से सीखने का मौका मिलना चाहिए।
उत्तराधिकारी बनाने का सवाल ही नहीं
मायावती ने दो टूक कहा —
“BSP में अब किसी भी तरह का वंशवाद नहीं चलेगा। आकाश आनंद को पार्टी में वापस ज़रूर लाया जा रहा है, लेकिन उन्हें BSP का उत्तराधिकारी बनाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। पार्टी केवल विचारधारा और मूवमेंट के आधार पर ही आगे बढ़ेगी।”
BSP में नया संदेश
मायावती के इस फैसले ने पार्टी के भीतर और बाहर एक नया संदेश दिया है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि BSP अब पूरी तरह से संगठन और विचारधारा आधारित राजनीति पर ध्यान देगी, और परिवारवाद को किनारे रखा जाएगा।