लखनऊ। राजस्थान के प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी के प्रमुख महंत किशोरपुरी महाराज की पार्थिव देह को सोमवार को समाधि दी गई। उनकी पार्थिव देह को मेहंदीपुर बालाजी में उनके गुरु गणेश पुरी महाराज के पास ही समाधि दी गई है। इससे पूर्व उनकी पार्थिव देह को नगर भ्रमण के बाद समाधि स्थल पर ले जाया गया। इस दौरान जयकारे गूंजते रहे. महंत की गद्दी के उत्तराधिकारी नरेश पुरी द्वारा विधि-विधान से अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी कर समाधि दी गई। इससे पूर्व विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में आए हजारों श्रद्धालुओं ने पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नम आंखों से भावभीनी श्रद्धाजंलि दी। इस दौरान पुरी परिवार के सदस्य, जनप्रतिनिधि, एसपी प्रकाश चंद, एसडीएम दुर्गा प्रसाद, डीएसपी फूलचंद, थानाधिकारी राम खिलाड़ी सहित पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी व हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे।

मेहंदीपुर बालाजी के महंत किशोर पुरी महाराज का रविवार दोपहर को उनके जयपुर स्थित आवास पर देवलोक गमन हो गया। उनकी पार्थिव देह दोपहर जयपुर से मेहंदीपुर बालाजी आस्थाधाम लाई गई। वहां मंदिर के आरती हॉल में पार्थिव देह को श्रद्धालुओं के लिए अंतिम दर्शनों को रखा गया। महंत किशोर पुरी महाराज के निधन की खबर से पूरे मेहंदीपुर बालाजी सहित आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

शाम को श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट खुलेंगे
महंत के निधन की खबर के बाद ही मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए थे। अब आज शाम को श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट खोले जाएंगे। निधन की खबर के बाद सभी दुकानदारों ने भी अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। पिछले काफी समय से महंत किशोर पुरी महाराज की स्वास्थ्य खराब चल रहा था। तीन दिन पहले ही रूटीन टेस्ट के लिए महाराज को जयपुर लाया गया। रविवार को सुबह 9:30 बजे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और दोपहर 12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

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अब नरेश पुरी को बनाया उत्तराधिकारी
गौरतलब है कि मेहंदीपुर बालाजी ट्रस्ट की गद्दी वंश परंपरा अनुसार चल रही है। इस गद्दी पर पहले गणेश पुरी जी महाराज, उसके बाद किशोर पुरी महाराज और अब नरेश पुरी को उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया है। इस गद्दी पर बाल ब्रह्मचारी को ही महंत बनाया जाता है। ऐसी परंपरा है कि बचपन में ही उत्तराधिकारी चुन लिया जाता है।

सामाजिक कार्यों में भी थी पहचान
महंत किशोर पुरी को धार्मिक आस्था के साथ ही उनको बालिका शिक्षा और सामाजिक कार्यों के लिए भी जाना जाता था। महंत किशोर पुरी ने बालिका शिक्षा के लिए स्कूल-कॉलेज बनवाए। साथ ही उन्होंने निशुल्क रहने-खाने, ठहरने की व्यवस्था की। इसके अलावा उन्होंने सैकड़ों गरीब कन्याओं का विवाह कराया और आपदा में भी हमेशा मेहंदीपुर बालाजी ट्रस्ट सेवा कार्यों में अग्रणी रहा।https://gknewslive.com

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