इस बार अपनी आत्मा का कल्याण नहीं करा पाए तो, फिर चौरासी में जाना पड़ेगा: उमाकांत जी महाराज
धर्म कर्म: जवानी में ही अपनी जीवात्मा के कल्याण का असला महत्वपूर्ण काम पूरा करने की शिक्षा, प्रेरणा, मार्ग, उपकरण, औजार, मानसिकता, उत्साह और सही दिशा देने वाले पूरे सन्त…