उमाकान्त जी महाराज ने समझाया तीर्थ यात्रा में पाप कम होने की बजाय, बढ़ जाता है
धर्म कर्म: कर्मों को कटवाने के नाना उपाय निकालने, बताने वाले, जीवात्मा को निष्कर्म कर अपने असला देश सतलोक जयगुरुदेव धाम ले चलने वाले, वक़्त गुरु, पूरे समरथ सन्त, दुःखहर्ता,…