मनुष्य शरीर से अपराध गुनाह किए है, तो क्षमा भी मनुष्य शरीर से ही प्राप्त करनी होगी: उमाकांत जी महाराज
लखनऊ। दुःखहर्ता अंतर्यामी सर्वत्र व्याप्त सर्व समर्थ त्रिकालदर्शी महापुरुष व पूरे समरथ सन्त सतगुरु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने अपने सत्संग में बताया कि मृत्यु के बाद मनुष्य…