लखनऊ। कोरोना वायरस जैसी जानलेवा महामारी को आए हुए पूरे 10 महीने से हो चुके है और दुनियाभर मे इसका कहर जारी है। इस महामारी के कारण लाखों लोग अपनी जान गवा चुके है और हर दिन सैकड़ों मरीज वायरस की चपेट में आ रहे हैं। कोरोना का खौफ लोगों के मन में अब भी बरकरार है। रविवार को शहर के छः मरीजों की जान इस महामारी से जान चली गई और 24 घंटे में 209 मरीज वायरस की चपेट में आए। राजधानी में स्वास्थ्य विभाग तमाम जतन करने के बावजूद वायरस की चेन को तोड़ नहीं कर पा रहा है।
आपको बता दें दिसंबर की माह में अब तक 62 मरीजों की मौत हो चुकी हैं। मरीजों की लगातार हो रहीं मौतें एक बड़ी चिंता का विषय बनती जा रही हैं। कई मरीजों की हालत गंभीर है। बीस से अधिक मरीज वेंटिलेटर पर शिफ्ट किए गए हैं। वहीं इस दौरान 249 मरीजों ने वायरस को हराने में कामयाबी हासिल की। विशेषज्ञों ने वायरस से बचाव के लिए मास्क व शारीरिक दूरी के नियमों के पालने की सलाह दी है। सर्विलान्स व कान्टेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर 9,602 लोगों के सैम्पल लिए गए। वहीं इंदिरा नगर में 27, आलमबाग में 11, हसनगंज में 11, गोमती नगर में 22,रायबरेली रोड के 12, चौक के 10, जानकीपुरम के 12 , महानगर के 11, तालकटोरा में 14 मरीज पाए गए।
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बता दें कोरोना के प्रति जनजागरूकता के लिए रविवार को वेब मॉल में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि अभी कोरोना की वैक्सीन आने में अभी एक साल का वक्त और लग जाएगा। इसलिए अभी किसी तरह की ढिलाई बरतना सही नहीं है। जब भी घर से बाहर निकलते समय मास्क का अवश्य लगाएं। उचित दूरी बनाए रखें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर रविवार, मच्छर पर वार अभियान चलाया। इस दौरान सीएचसी अलीगंज द्वारा खदरा के अयोध्या दास वार्ड -दो में कोविड-19 व डेंगू के विरुद्ध अभियान चलाया गया। वहीं मेडिकल मोबाइल वैन द्वारा पानी गांव इंदिरा नगर में 73 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा दी। साथ ही क्षेत्रीय एएनएम के द्वारा आठ बच्चों को टीका लगाया गया। दो घरों में मच्छर जनित कारक पाए जाने पर नोटिस भी जारी की गई।