Hemant Soren Oath: हेमंत सोरेन ने आज चौथी बार झारखंड की कमान संभाल ली है. झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. यह न केवल उनके व्यक्तिगत राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि राज्य के राजनीतिक इतिहास में भी एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। वह झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बने हैं, जिन्होंने चार बार इस पद की शपथ ली है, और इस प्रकार उन्होंने अपने पिता शिबू सोरेन और भाजपा नेता अर्जुन मुंडा के तीन बार मुख्यमंत्री बनने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
अबुआ सरकार का शपथ ग्रहण समारोह…
जय झारखण्ड!
जय जय झारखण्ड! https://t.co/7uPQnxY8Cd— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 28, 2024
हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री पद के रूप में यह चौथा कार्यकाल 24 वर्षों के झारखंड राज्य के इतिहास में एक अनूठा मुकाम है। उनकी पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ 13 जुलाई 2013 को ली थी, जब झामुमो, कांग्रेस और राजद के गठबंधन ने सरकार बनाई थी। इसके बाद उन्होंने 29 दिसम्बर 2019 को दूसरी बार शपथ ली थी, हालांकि 31 जनवरी 2024 को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। फिर जमानत मिलने के बाद, उन्होंने 4 जुलाई 2024 को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
अबुआ सरकार – हर झारखण्डी की सरकार
अबुआ सरकार – INDIA गठबंधन की सरकार pic.twitter.com/jgxLuGRAs1— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 28, 2024
हेमंत सोरेन का यह चौथा कार्यकाल, जो उन्होंने मोरहाबादी मैदान में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेकर शुरू किया, राज्य की राजनीति में उनके स्थिर नेतृत्व की निशानी है। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, और अन्य कई प्रमुख नेताओं की मौजूदगी ने इस घटना को और भी ऐतिहासिक बना दिया।
हेमंत सोरेन का नाम अब झारखंड के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर दर्ज हो गया है, जिन्होंने लगातार दूसरी बार सरकार में वापसी की है। यह राजनीतिक स्थिरता और उनके नेतृत्व की क्षमता को दर्शाता है। उनका यह कार्यकाल राज्य के विकास में अहम भूमिका निभा सकता है, खासकर उन मुद्दों पर काम करने के लिए जो झारखंड की सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से जुड़े हैं।